चीन : चीन के द्वारा आर्थिक दबाव डालकर ऑस्ट्रेलिया को दंडित करने की नीति विफल होती दिखाई दे रही है। तीन साल पहले दोनों देशों के बीच तनाव के चलते चीन ने ऑस्ट्रेलिया पर ट्रेड बैन लगा दिया था। इसका उल्टा असर चीन पर दिखने लगा है। ये बात यूरोप एशिया फाउंडेशन की ओर से एक रिपोर्ट में कही गई। यूरोप एशिया फाउंडेशन की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया कि चीन की ओर से ऑस्ट्रेलिया पर दबाव उसकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने और नेशनल सिक्योरिटी पॉलिसी को बदलाने के लिए बनाया जा रहा था। चीन के द्वारा ट्रेड बैन लागने का फैसला ऑस्ट्रेलिया की ओर से एंटी चीन ब्लॉक ज्वाइंन करने के कारण लिया गया था। चीन के ट्रेड बैन से ऑस्ट्रेलिया पर कोई असर होता हुआ नहीं दिखा, बल्कि बीजिंग की अर्थव्यवस्था असहाय दिखी। चीन अपनी जरूरतों को पूरा करने के संघर्ष करता हुआ दिखा। इस कारण चीन को ट्रेड बैन में ढ़ील देते हुए ऑस्ट्रेलिया से कोयला आयात करने की इजाजत दे दी गई। ऑस्ट्रेलिया से 41.17 मिलियन टन कोयले का आयात किया है, जो कि सालान आधार पर 151 प्रतिशत अधिक है और बीते तीन सालों में सबसे ज्यादा है। वही आयरन के आयात में भी मार्च में 24.3 प्रतिशत का उछाल देखा गया था।