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शेयर बाजार में कब किस कंपनी के शेयर में तेजी आ जाए कोई नहीं कह सकता. कुछ ऐसा ही जानी मानी फिनटेक कंपनी पेटीएम के साथ हुआ है. पेटीएम ने के शेयरों में उसके निचले स्तर से अब तक 90 प्रतिशत तक इजाफा आ गया है. हालत ये है कि नवंबर 2022 के अंत में एनएसई पर इस शेयर की कीमत ₹438.35 के अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी लेकिन अब पिछले सात महीनों से इस शेयर की कीमत लगातार बढ़ रही है. जानकार मानते हैं कि आने वाले दिनों में ये शेयर और तेजी पकड़ सकता है.
ग्रोथ को लेकर क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पेटीएम की ग्रोथ को लेकर एक्सपर्ट जो कह रहे हैं अगर ऐसा होता है तो इस कंपनी के शेयरों में बड़ी बढ़ोतरी हो सकती है. बाजार के जानकारों का मानना है कि इस कंपनी का शेयर जो अब तक 90 प्रतिशत तक आगे बढ़ चुका है वो आने वाले दिनों में और आगे बढ़ सकता है. जानकार कहते हैं कि इस कंपनी का शेयर 900 रुपये के ब्रैकेट को पार करते हुए 1000 रुपये की कॉस्ट को पार कर सकता है. जानकारों का मानना है कि पेटीएम के शेयर में तेजी इसलिए देखने को मिल रही है क्योंकि पेटीएम अपने घाटे को कम करने में कामयाब रहा है. जबकि इसका सालाना राजस्व 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है.
पेटीएम शेयर मूल्य के कारण पर बोलते हुए,
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बाजार के जानकार कहते हैं कि डिजिटल वित्तीय सेवा कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस द्वारा बेहतर वित्तीय स्थिति के कारण पिछले छह से सात महीनों से पेटीएम शेयर की कीमत बढ़ रही है. पेटीएम वित्तीय वर्ष 2022-23 की तीसरी और चौथी तिमाही में समेकित शुद्ध घाटे में सुधार दर्ज करने में सक्षम रहा है. Q3FY23 में, पेटीएम ने समेकित शुद्ध घाटा कम होकर ₹392 करोड़ होने की सूचना दी, जो Q4FY23 परिणामों में और बेहतर होकर ₹167.50 करोड़ हो गया. Q4FY23 में, पेटीएम ने सालाना आधार पर राजस्व में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की है, जो निवेशकों के लिए स्टॉक खरीदने का एक कारण भी है.
खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
पेटीएम शेयरों के चार्ट पैटर्न से क्या पता चलता है अगर इसे जानने की कोशिश करें तो मीडिया रिपोर्ट के अनुसारी बाजार के एक अन्य जानकार कहते हैं कि पेटीएम शेयर की कीमत तेजी से बढ़ रही है और मौजूदा बाजार मूल्य पर कुछ सुधार संभव हो सकता है और यह निकट अवधि में ₹800 प्रति शेयर के स्तर तक जा सकता है. हालाँकि, यदि तेजी का रुझान जारी रहता है और स्टॉक समापन आधार पर ₹900 के प्रतिरोध स्तर को तोड़ता है, तो यह अत्यधिक तेजी का कारण बन सकता है।. जानकार ये भी कहते हैं जो निवेशक इसे लंबे समय के लिए लेने की सोच रहे हैं उन्हें फिलहाल बचना चाहिए और केवल ₹900 प्रत्येक स्तर से ऊपर नई खरीदारी करनी चाहिए.
कैसे रहे थे पेटीएम Q4FY23 परिणाम
फिनटेक दिग्गज, पेटीएम का समेकित शुद्ध घाटा वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में तेजी से कम होकर ₹168.4 करोड़ हो गया, जबकि पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में ₹761.4 करोड़ का घाटा हुआ था. कंपनी के इस प्रदर्शन की वजह उच्च व्यापारी सदस्यता राजस्व, और तिमाही के दौरान पूरे वर्ष के यूपीआई प्रोत्साहन से सहायता मिली. दिसंबर 2022 तिमाही में पेटीएम को ₹392 करोड़ का घाटा हुआ था.
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