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LIC IPO: आईपीओ आने से पहले लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (LIC) की न्यू बिजनेस प्रीमियम इनकम में 20 फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आईपीओ आने से पहले LIC की इनकम में गिरावट देखी जा रही है. दिसंबर महीने में लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन की न्यू बिजनेस प्रीमियम इनकम में 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है. पिछले महीने एलआईसी का नए कारोबार का प्रीमियम संग्रह 20.30 फीसदी गिरकर 11,434.13 करोड़ रुपए पर आ गया. इसके उलट देश में सक्रिय बाकी 23 जीवन बीमा कंपनियों का नई पॉलिसी वाली प्रीमियम आय दिसंबर 2021 में 29.83 फीसदी बढ़कर 13,032.33 करोड़ रुपए पहुंच गई. एक साल पहले की समान अवधि में यह आय 10,037.72 करोड़ रुपए रही थी.
जीवन बीमा कंपनियों की दिसंबर 2021 में नई पॉलिसी प्रीमियम आय एक साल पहले के लगभग समान स्तर पर रहते हुए 24,466.46 करोड़ रुपए रही है. बीमा नियामक इरडा ने शुक्रवार को दिसंबर के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस महीने में नई पॉलिसी के प्रीमियम के रूप में 24 जीवन बीमा कंपनियों की संग्रहीत राशि कमोबेश स्थिर रही. दिसंबर 2020 में 24,383.42 करोड़ रुपए का प्रीमियम जमा हुआ था.
HDFC स्टैंडर्ड लाइफ की प्रीमियम इनकम में उछाल
निजी बीमा कंपनियों में एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ की नई प्रीमियम आय 55.67 फीसदी बढ़कर 2,973.74 करोड़ रुपए पर पहुंच गई. एसबीआई लाइफ की नई प्रीमियम आय 26.72 फीसदी बढ़कर 2,943.09 करोड़ रुपए हो गई.हालांकि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ की नई प्रीमियम आय दिसंबर 2020 की तुलना में 6.02 फीसदी गिरकर 1,380.93 करोड़ रुपए पर आ गई. इसी तरह कोटक महिंद्रा लाइफ, ऐगॉन लाइफ, फ्यूचर जनरली की नई प्रीमियम आय भी घटी है.
पहले साल के प्रीमियम में 7.43 फीसदी का उछाल
अप्रैल-दिसंबर 2021 में कुल मिलाकर सभी जीवन बीमा कंपनियों का पहले साल का प्रीमियम 7.43 फीसदी बढ़कर 2,05,231.86 करोड़ रुपए पर पहुंच गई. इस दौरान एलआईसी की नई प्रीमियम आय 3.07 फीसदी गिरकर 1,26,015.01 करोड़ रुपए रही.
FDI पॉलिसी में बदलाव की हो रही है तैयारी
इधर वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय भारतीय जीवन बीमा निगम की विनिवेश प्रक्रिया (LIC Disinvestment)को आसान बनाने के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) नीति में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है. उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के सचिव अनुराग जैन ने कहा कि क्षेत्र से जुड़ी वर्तमान नीति एलआईसी की विनिवेश प्रक्रिया को आसान नहीं बनाएगी इसलिए इसमें संशोधन की जरुरत है. इस बारे में वित्तीय सेवा विभाग और निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के साथ चर्चा की जा रही है.
वर्तमान में LIC में विदेशी निवेश को मंजूरी नहीं
FDI के वर्तमान नियम के मुताबिक, इंश्योरेंस सेक्टर में ऑटोमैटिक रूट से 74 फीसदी विदेशी निवेश को मंजूरी है. हालांकि, यह नियम LIC पर लागू नहीं होता है. एलआईसी में निवेश के लिए अलग से LIC Act बना हुआ है. ऐसे में अगर विदेशी निवेशकों को इस आईपीओ में शामिल करना है तो एलआईसी एक्ट में बदलाव करना होगा और एफडीआई का रास्ता साफ करना जरूरी है. SEBI ने भी साफ-साफ कह दिया है कि पब्लिक ऑफिरिंग यानी IPO में FPI, FDI दोनों शामिल हो सकते हैं.
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