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अडानी समूह (Adani Group) में अमेरिकी फर्म GQG पार्टनर्स की दिलचस्पी कायम है. राजीव जैन के नेतृत्व वाली इस फर्म ने अडानी समूह की अडानी ट्रांसमिशन में इन्वेस्टमेंट किया है. दरअसल, अडानी की इस कंपनी ने 2,666 करोड़ जुटाने के लिए ओपन मार्केट में अपनी 3% हिस्सेदारी बेची है, जिसमें कुछ को GQG पार्टनर्स ने खरीद लिया है. एक रिपोर्ट में NSE के डेटा के हवाले से बताया गया है कि GQG ने 1.9% हिस्सेदारी खरीदी है, लेकिन कहा ये भी जा रहा है कि राजीव जैन ने पूरी 3% हिस्सेदारी को अपना बना लिया है.
लगातार कर रहे निवेश
यहां गौर करने वाली बात ये है कि इससे सिर्फ 2 दिन पहले ही GQG पार्टनर्स और कुछ अन्य निवेशकों ने अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) और अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) में करीब 1 बिलियन डॉलर निवेश किए थे. राजीव जैन वही हैं, जिन्होंने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के समय अडानी समूह में निवेश जताते हुए बड़ा निवेश किया था. वह कई बार यह स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्हें अडानी की कंपनियों पर पूरा भरोसा है. 2 मार्च को भी GQG पार्टनर्स ने अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों में 1.87 बिलियन डॉलर का निवेश किया था.
इन कंपनियों में बढ़ी हिस्सेदारी
डेटा के मुताबिक, अडानी ट्रांसमिशन के प्रमोटर फोर्टीट्यूड ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट ने कंपनी में 33.9 मिलियन शेयर या 3.04% हिस्सेदारी 786.19 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 2,666.47 करोड़ रुपए में बेची है. GQG पार्टनर्स ने इनमें से 21.3 मिलियन शेयर 1,676 करोड़ में खरीदे हैं. वहीं, हाल ही की खरीद के बाद जीक्यूजी की अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी ग्रीन एनर्जी में हिस्सेदारी क्रमशः 4.96% और 6.32% हो गई है. इससे पहले यह आंकड़ा 3.39% और 3.5% था. यानी राजीव जैन लगातार अडानी की कंपनियों में निवेश बढ़ाते जा रहे हैं. GQG के फाउंडर, राजीव जैन ने कुछ समय पहले कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि Adani Group में उनका निवेश दोगुना हो जाएगा. गौरतलब है कि अडानी की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर रिकवरी मोड में हैं और तेजी से ऊपर की तरफ बढ़ रहे हैं. छोटी-मोती गिरावट जरूर इसमें देखने को मिली है, लेकिन अब तक कोई बड़ा झटका नहीं लगा है.
इस शेयर के बुरे हाल जारी
उधर, Adani Transmission के शेयरों में लगातार गिरावट का दौर जारी है. इस कंपनी में पैसा लगाने वालों की परेशानियों का अंत होता नजर नहीं आ रहा है. शुक्रवार को ये शेयर 6.26% लुढ़ककर 767.85 रुपए पर बंद हुआ था. जबकि इसका 52 वीक का हाई लेवल 4,236.75 रुपए है. जिस तरह से इसमें गिरावट आ रही है, उससे लगता है कि ये जल्द जी अपने 52 हफ्तों के निम्न स्तर 631.50 रुपए पर आ जाएगा.
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