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Covid-19 महामारी के बीच विभिन्न डिवाइस का उपयोग बढ़ा है
Covid-19 महामारी के बीच विभिन्न डिवाइस का उपयोग बढ़ा है. इस बीच यह सामने आया है कि 2021 में लैपटॉप, डेस्कटॉप और टैबलेट सहित मोबाइल फोन और पीसी की संख्या 2021 में कुल 6.2 अरब यूनिट होगी. 2021 में, 2020 की तुलना में 12.5 करोड़ अधिक लैपटॉप और टैबलेट का उपयोग होने की उम्मीद है.
गार्टनर के सीनियर रिसर्च डायरेक्टर रंजीत अटवाल ने एक बयान में कहा, "कोविड-19 महामारी ने कर्मचारियों और उपभोक्ताओं के डिवाइस उपयोग पैटर्न को स्थायी रूप से बदल दिया है."
उन्होंने कहा, "रिमोट वर्क के हाइब्रिड वर्क में बदल जाने, होम एजुकेशन के डिजिटल एजुकेशन में बदलने और इंटरेक्टिव गेमिंग के क्लाउड पर जाने जैसे सभी प्रकार के डिवाइस, जिनकी लोगों को जरूरत है, उनके पास हैं और इन उपयोग करने में वृद्धि लगातार जारी रहेगी."
गार्टनर के अनुसार, 2022 में वैश्विक तौर पर डिवाइस की संख्या 6.4 अरब यूनिट तक पहुंचने की उम्मीद है, जो कि 2021 से 3.2 प्रतिशत की वृद्धि होगी. महामारी के समय, जब अधिकतर लोगों का काम करने का तरीका वर्क फ्रॉम होम के साथ बदला है, डेस्कटॉप पीसी की मांग में गिरावट तेज हो गई है. फिलहाल टैबलेट और लैपटॉप के उपयोग को बढ़ावा अधिक मिला है.
लैपटॉप और टैबलेट की संख्या में होगी वृद्धि
2021 में उपयोग में आने वाले लैपटॉप और टैबलेट की संख्या में क्रमश: 8.8 प्रतिशत और 11.7 प्रतिशत की वृद्धि होगी, जबकि उपयोग में आने वाले डेस्कबेस्ड पीसी की संख्या, जो 2020 में 52.2 करोड़ थी, वह घटकर 2022 में लगभग 47 करोड़ रह जाएगी.
रिपोर्ट से पता चलता है कि यूजर्स का विश्वास स्मार्टफोन बाजार में लौट रहा है. हालांकि उपयोग में आने वाले स्मार्टफोन की संख्या में जहां 2020 में 2.6 प्रतिशत की गिरावट आई है, वहीं 2021 में इसके 1 प्रतिशत की वृद्धि के साथ स्मार्टफोन बाजार भी वृद्धि की ओर अग्रसर है.
अटवाल ने कहा, "अधिक विविधता एवं पसंद के साथ और कम कीमत वाले 5जी स्मार्टफोन चुनने के लिए उपभोक्ताओं ने या तो अपने स्मार्टफोन को अपग्रेड करना शुरू कर दिया है या फिर वह फीचर फोन के साथ अपग्रेड कर रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा कि स्मार्टफोन भी एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जिसका उपयोग लोग सामाजिक दूरी और सामाजिक अलगाव के दौरान संचार और जरूरी बातें साझा करने के लिए करते हैं.
2020 के तिसरी तिमाही में सर्वर मार्केट में आई 11.2% की कमी
आईसीसी की एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि कोविड महामारी के समय डिमांड में आई कमी के साथ ही भारत में पूरे सर्वर मार्केट में राजस्व के मामले में एनुअल बेसिस पर 11.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जो कि वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में 26.21 करोड़ डॉलर रहा है.
रेवेन्यू के लिहाज से एक्स86 सर्वर मार्केट का योगदान बढ़कर 92.9 प्रतिशत हो गया, जो पिछले साल की समान तिमाही से 4.8 प्रतिशत अधिक है. वहीं डेल टेक्नोलॉजीज भारत के एक्स86 सर्वर बाजार में राजस्व हिस्सेदारी के मामले में 29.6 प्रतिशत के साथ शीर्ष विक्रेता के तौर पर उभरा और इसका राजस्व 7.31 करोड़ डॉलर रहा.
एचपीई ब्रांड 19.5 प्रतिशत की राजस्व हिस्सेदारी और 4.82 करोड़ डॉलर के राजस्व के साथ दूसरे स्थान पर रहा. वहीं तीसरे स्थान पर लेनोवो कंपनी रही, जिसकी 10.9 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ 2.70 करोड़ डॉलर का राजस्व आंका गया. इसके अलावा सिस्को चौथे स्थान पर रही, जिसके पास 9.1 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के अलावा 2.26 करोड़ डॉलर का राजस्व दर्ज किया गया.
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य रूप से एक्स86 बाजार में सबसे ज्यादा योगदान प्रोफेशनल सर्विसेज, टेलिकम्युनिकेशन और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र से आया है. प्रोसेसर-ब्रांड स्तर पर, एएमडी ने 2020 की चौथी तिमाही के अंत में 8.4 प्रतिशत की राजस्व हिस्सेदारी के अलावा 4.7 प्रतिशत सालाना आधार पर राजस्व वृद्धि दर्ज की है.
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