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रिफाइनिंग मार्जिन भी होगा बेहतर
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का जून तिमाही का प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप था और रिलायंस के आगे बढ़ाने में जियो, रिटेल और ऑयल टू केमिकल कारोबार इन तीन का सबसे अहम योगदान है और उम्मीद है कि यह आगे भी जारी रहेगा. सोमवार को शुरुआती कारोबार में स्टॉक 1.5% तक चढ़ गया लेकिन दिन चढ़ने के साथ-साथ अधिकांश लाभ कम होता गया.
O2C (ऑयल टू केमिकल) बिजनेस ने लचीले प्रदर्शन की सूचना दी, जिसमें Ebitda कोविड के प्रभाव के बावजूद क्रमिक रूप से 7% बढ़ रहा है. विशेष रूप से, यह पहली लहर के बाद विकास की चौथी क्रमिक तिमाही थी. हालांकि ईंधन और डाउनस्ट्रीम रसायनों की घरेलू मांग में लॉकडाउन का कुछ प्रभाव देखा गया लेकिन फर्म पेट्रोकेमिकल मार्जिन और रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार से ऑपरेशनल परफॉर्मेंस को फायदा हुआ.
रिफाइनिंग मार्जिन भी होगा बेहतर
कंपनी ने कहा कि O2C सीरीज को अनुकूल मार्जिन, फीडस्टॉक और ऊर्जा लागत अनुकूलन से लाभ हुआ. ऑयल टू केमिकल सेगमेंट अपेक्षाकृत फ्लेक्सिबल था और Ebitda में और वृद्धि हुई. नोमुरा ग्लोबल इक्विटी रिसर्च के विश्लेषकों ने कहा, अधिक मात्रा (थ्रूपुट + क्रमिक रूप से 2% ऊपर) के अलावा, हमारा अनुमान है कि रिफाइनिंग मार्जिन भी थोड़ा बेहतर होगा.
मजबूत और उम्मीद से बेहतर डिजिटल सर्विस कारोबार का प्रदर्शन प्रभावशाली था. जून 2021 तक 440.6 मिलियन के कुल ग्राहक आधार का मतलब था कि 1Q FY22 में 14.3 मिलियन ग्राहकों का शुद्ध जोड़ था. कंपनी पर यूजर एवरेज रेवेन्यू या ARPU बनाए रखने में भी कामयाब रही. कंपनी ने कहा, "ग्राहक मिश्रण में सुधार और बेहतर मौसम के साथ 138 रुपए का ARPU कोविड के प्रभाव से ऑफसेट था."
रिलायंस इंडस्ट्रीज को लेकर क्या है विश्लेषकों की राय
ज्यादातर विश्लेषक रिलायंस इंडस्ट्रीज के आगे बढ़ने की संभावनाओं को लेकर सकारात्मक बने हुए हैं.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MOFSL) के विश्लेषकों ने कहा, "दूसरी लहर के प्रभाव के बावजूद, RJio ने 4QFY21 में Jio Phone लॉन्च के बाद अपना आधार बनाए रखा." विश्लेषक डिजिटल सेवाओं के कारोबार के लिए भी आगे की संभावनाओं को लेकर सकारात्मक बने हुए हैं. नोमुरा के विश्लेषकों ने कहा, "बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने, फाइबर-टू-द होम/एंटरप्राइज रैंप-अप, रणनीतिक गठजोड़, इन-हाउस 5जी क्षमताओं, स्पेक्ट्रम फुटप्रिंट और डिजिटल इकोसिस्टम रोलआउट में वृद्धि के साथ, आउटलुक मजबूत बना हुआ है."
हालांकि, खुदरा बिजनेस ने महामारी की गर्मी को महसूस किया, जिससे फुटफॉल कम हो गया, जिससे रिलायंस स्टोर्स पर रेवेन्यू प्रभावित हुआ. कंपनी ने कहा कि इसके स्टोर पर फुटफॉल प्री-कोविड लेवल्स के 46% पर था. हालांकि किराना बिक्री लचीली रही, लेकिन यह Ebitda में 46.1% क्रमिक गिरावट को नहीं रोक सकी.
तीसरी लहर के डर के बीच सावधानी के साथ, फुटफॉल में एक रिकवरी की उम्मीद है. फिर भी, बढ़ती ई-कॉमर्स गतिविधियां शुभ संकेत देती हैं. JioMart ने 75% रिपीट ऑर्डर के साथ ऑर्डर की संख्या में 25% क्रमिक वृद्धि देखी. इसका विस्तार 218 शहरों तक हो गया है.
किराना पार्टनरशिप में क्रमिक रूप से 33% की वृद्धि हुई. जेपी मॉर्गन एशिया पैसिफिक इक्विटी रिसर्च के विश्लेषकों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि रिलायंस डिजिटल (इलेक्ट्रॉनिक्स) ने अपनी अब तक की सबसे अच्छी तिमाही और मेट्रिक्स में वृद्धि दर्ज की है.
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