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मेडिकल एडवाइस के लिए 46 डॉक्टर और 31 नर्सेस की भी नियुक्ति की गई है.
कोरोना पैनडेमिक के बीच आईटी कंपनी HCL Technology अपने कर्मचारियों को 30 लाख का स्पेशल इंश्योरेंस कवर दे रही है. इसके अलावा 7 लाख रुपए एंप्लॉयी डिपॉजिट इंश्योरेंस के रूप में दे रही है. अगर किसी कर्मचारी की कोरोना से मौत हो जाती है तो परिवार को इस इंश्योंरेंस का 100 फीसदी लाभ मिलेगा. इसके अलावा उस एंप्लॉयी की एक साल की पूरी सैलरी भी परिजनों को दी जाएगी.
अब तक एचसीएल के करीब 1600 कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. इनमें से कई की मौत भी हो चुकी है. कंपनी के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर वीवी अपूर्वा ने कहा कि अगर किसी कर्मचारी की मौत हो जाती है तो अगले तीन सालों तक उसके परिवार को मेडिकल कवरेज का लाभ मिलेगा. बच्चों की अगले पांच साल की पढ़ाई का खर्च भी कंपनी उठाएगी. इस समय कंपनी में 1.6 लाख कर्मचारी काम करते हैं. इसके अलावा स्पाउस को कंपनी ट्रेनिंग भी देगी जिससे वे अपनी कंपनी के साथ जुड़ पाएं.
रोजाना एक रुपए का योगदान
संकट के समय अपने एंप्लॉयी की मदद के लिए कंपनी ने पावर ऑफ वन के नाम से एक फंड तैयार किया है. इस फंड में कंपनी के हर कर्मचारी को एक दिन में एक रुपया जमा करना होगा. इस तरह एक दिन में 1.6 लाख और एक महीने में 48 लाख रुपए जमा हो जाते हैं. कंपनी का कहना है कि इस फंड की मदद से कोरोना प्रभावित कर्मचारी और उनके परिवार की मदद की जाएगी.
आइसोलेशन बेड भी तैयार की है कंपनी
इसके अलावा HCL ने अपने अलग-अलग कैंपस में आइसोलेशन बेड भी तैयार की है. एंप्लॉयी की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. मेडिकल एडवाइस के लिए 46 डॉक्टर और 31 नर्सेस की भी नियुक्ति की गई है.
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