आज राष्ट्र की सबसे बड़ी IT कंपनियों में से एक व्रिप्रो (Wipro) के फाउंडर अजीम प्रेमजी 78 वर्ष के हो गए हैं. उनका जन्म 24 जुलाई, 1945 को मुंबई में हुआ था. अजीम प्रेमजी राष्ट्र के सबसे बड़े दानियों में से एक हैं. एडलगिव हुरुन इण्डिया फिलैन्थ्रॉपी लिस्ट 2022 के अनुसार अजीम प्रेमजी ने वित्त साल 2021-22 के दौरान 484 करोड़ रुपए का दान दिया.
21 वर्ष की उम्र से संभाली कंपनी की कमान
पापा के मृत्यु के बाद 21 वर्ष की उम्र में कंपनी की कमान संभाली. बिजनेस को नयी ऊंचाई तक पहुंचाया. प्रेमजी ने साबुन और वेजिटेबिल ऑयल का कारोबार करने वाली कंपनी वेस्टर्न इण्डिया वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड को अमेरिकन कंपनी सेंटिनल कंप्यूटर कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर 1980 में IT कंपनी के तौर पर इंट्रोड्यूस कराया. कंपनी पर्सनल कंप्यूटर बनाने के साथ सॉफ्टवेयर सर्विसेज भी प्रोवाइड कराने लगी. इसके बाद ही कंपनी का नाम बदलकर विप्रो (WIPRO) किया गया था.
अजीम प्रेमजी का जन्म और विप्रो की आरंभ एक ही वर्ष में
दुनिया की प्रमुख IT कंपनियों में से एक विप्रो की आरंभ उसी वर्ष हुई थी, जिस वर्ष अजीम प्रेमजी का जन्म हुआ था. वर्ष था 1945, जब बर्मा से आए अजीम प्रेमजी के पिता हुसैन हाशिम प्रेमजी को अपना वर्षों पुराना चावल का बिजनेस बंद करना पड़ा. इसके पीछे अंग्रेजी हुकूमत के कुछ नियम थे. बर्मा में उन्हें राइस किंग बोला जाता था.
हाशिम प्रेमजी नए अवसर के खोज के लिए मुंबई से करीब 350 किलोमीटर दूर अमलनेर पहुंचे. वहां वो वनस्पति ऑयल की एक छोटी मिल मालिक को दिए गए ऋण के सिलसिले में मिलने गए थे. मिल मालिक ऋण चुकाने में असमर्थ था और उसने हाशिम प्रेमजी से बोला – ऋण के बदले वो ऑयल मिल को खरीद लें. यही वो अवसर था जिसकी तलाश हाशिम प्रेमजी को थी. इसके बाद वो चावल के व्यापार से वनस्पति ऑयल के कारोबार में उतर गए.
सारा कारोबार बेटे को सौंपा, दान कर दिए अपने शेयर
फिलहाल अजीम प्रेमजी ने अपना सारा कारोबार अपने बेटे को सौंप दिया है. 2019 में अजीम प्रेमजी ने 52,750 करोड़ रुपए के अपने शेयर अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को दान कर दिए थे. अजीम राष्ट्र के सबसे बड़े दानदाताओं में से एक हैं. फाउंडेशन के अनुसार, 2019 में प्रेमजी द्वारा दान की गई कुल धनराशि 1,45,000 करोड़ रुपए (21 अरब डॉलर) हो गई थी.
वहीं रिपोर्ट्स की मानें तो वित्त साल 2020-21 में उन्होंने प्रतिदिन 27 करोड़ रुपए दान किए. 2020-21 में अजीम प्रेमजी ने शिव नडार (1263 करोड़ रुपए), मुकेश अंबानी (577 करोड़ रुपए) से भी अधिक 9713 करोड़ रुपए दान में दिए. वहीं 2021-22 के दौरान 484 करोड़ रुपए का दान दिया. ब्लूमबर्ग के मुताबिक अजीम प्रेमजी इस समय राष्ट्र के 5वें सबसे अमीर आदमी हैं.