व्यापार

सरसों रोक कर रखने वाले किसानों को हुआ फायदा, सरसों की खरीद 8,600 रुपए क्विन्टल में बिक रहा है

Admin4
25 Aug 2021 5:34 PM GMT
सरसों रोक कर रखने वाले किसानों को हुआ फायदा, सरसों की खरीद 8,600 रुपए क्विन्टल में बिक रहा है
x
सरसों के अलावा अन्य तेल-तिलहन की बात करें तो विदेशी बाजारों में मजबूती के रुख के बीच दिल्ली तेल तिलहन बाजार में बुधवार को सोयाबीन डीगम और सीपीओ तेल के दाम मजबूत

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- सरसों के दाम में आया उछाल इस साल कम होने का नाम नहीं ले रहा है. अभी भी यह तिलहन 8600 रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले समय में दाम और बढ़ेंगे क्योंकि अभी भी सरसों की नई पैदावार आने में वक्त है. इस बार रिकॉर्ड उत्पादन के बावजूद भारी मांग के कारण दाम उच्च स्तर पर बने हुए हैं.

सलोनी, आगरा और कोटा में सरसों की खरीद बुधवार को 8,600 रुपए क्विन्टल के भाव की गई है. देश की विभिन्न मंडियों में जुलाई में प्रतिदिन दो से सवा दो लाख बोरी की आवक थी जो अगस्त में घटकर लगभग पौने दो लाख बोरी रह गई है. आने वाले दिनों में मंडियों में सरसों की आवक और कम होगी. हालांकि किसानों के पास अभी भी कुछ स्टॉक पड़ा हुआ है और ऐसे किसानों को बढ़ी हुई कीमतों का लाभ मिलेगा.
सरसों के अलावा अन्य तेल-तिलहन की बात करें तो विदेशी बाजारों में मजबूती के रुख के बीच दिल्ली तेल तिलहन बाजार में बुधवार को सोयाबीन डीगम और सीपीओ तेल के दाम मजबूत रहे. वहीं मंगलवार को सरकार द्वारा सोयाबीन खली (डीओसी) की कमी को देखते हुए इसके आयात की अनुमति दिए जाने के बाद सोयाबीन दाना और लूज के भाव में गिरावट आई. बाकी तेल तिलहनों के भाव पूर्ववत रहे.
सोयाबीन तिलहन के भाव में दर्ज हुई गिरावट
बाजार सूत्रों ने कहा कि शिकागो एक्सचेंज में आधा प्रतिशत और मलेशिया एक्सचेंज 1.5 प्रतिशत की मजबूती रही. देश में आयात शुल्क में कमी के बाद विदेशों में दाम बढ़ने से खाद्य तेल तिलहनों के भाव मजबूत हो गए हैं, जिसकी वजह से सोयाबीन डीगम तेल में सुधार आया. वहीं मलेशिया एक्सचेंज की मजबूती की वजह से सीपीओ भी मजबूत बंद हुआ.
उन्होंने कहा कि सोयाबीन तेल संयंत्र वालों के रखरखाव में उलझने से और ऊंचे भाव पर खरीद घटने से सोयाबीन तिलहन में गिरावट आई. एनसीडीईएक्स के वायदा कारोबार में सोयाबीन का भाव इस कदर टूटा कि सितंबर अनुबंध के लिए छह प्रतिशत पर निचला सर्किट लगाना पड़ा. अक्टूबर में सोयाबीन की अगली फसल मंडियों में आने की संभावना को देखते हुए वायदा कारोबार में सोयाबीन में 522 रुपये की कमी आई है.
वायदा कारोबार में सोयाबीन के सितंबर अनुबंध का भाव 8,191 रुपये और अक्टूबर अनुबंध का भाव 6,400 रुपये क्विन्टल पर रहा. सितंबर का वायदा भाव हाजिर बाजार के भाव से 11-12 प्रतिशत और अक्टूबर का वायदा भाव हाजिर भाव से 30 प्रतिशत नीचे है.
बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे
सरसों तिलहन – 8,125 – 8,175 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये.
सरसों तेल दादरी- 16,580 रुपये प्रति क्विंटल.
सरसों पक्की घानी- 2,560 -2,610 रुपये प्रति टिन.
सरसों कच्ची घानी- 2,645 – 2,755 रुपये प्रति टिन.


Next Story