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स्वास्थ्य बीमा: कोरोना काल में बढ़ रही है इंश्योरेंस पॉलिसी की मांग, खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

Kunti Dhruw
14 April 2021 12:50 PM GMT
स्वास्थ्य बीमा: कोरोना काल में बढ़ रही है इंश्योरेंस पॉलिसी की मांग, खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
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स्वास्थ्य बीमा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: भारत में प्रतिदिन कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। कोरोना काल में लोगों में बीमा का महत्व और भी बढ़ा है। किसी भी आकस्मिक आपदा से निपटने के लिए बीमा बेहद जरूरी है। इंश्योरेंस पॉलिसी से हमारा भविष्य तो सुखद हो जाता है, लेकिन इन्हें खरीदते वक्त हमें कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना पड़ता है। अन्यथा आपको नुकसान भी हो सकता है। आइए जानते हैं स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

जोखिम को ध्यान में रखकर लें पॉलिसी
पॉलिसी खरीदने से पहले आपको जोखिम का भी ध्यान रखना पड़ेगा। कुछ ऐसे जोखिम हैं जो किसी भी वक्त आ सकते हैं। अगर हम इन बातों को ध्यान में रखके बीमा लें तो हम भविष्य में आने वाली मुसीबतों से आसानी से निपट सकेंगे। आपके परिवार में जो कमा रहा है, उसकी मृत्यु होने पर आपका पालन कैसे होगा इस बात का भी आपको ध्यान रखना चाहिए। आने वाले दिनों में बच्चों की पढ़ाई और शादी के खर्च को भी ध्यान में रखना चाहिए। घर में अगर कोई अचानक बीमार हो जाता है, तो उसका खर्च और व्यक्तिगत संपत्ति के नुकसान पहुंचने का डर भी हमें अकसर सताता है। जोखिम कईं हो सकते हैं। लेकिन अगर हम पहले से ही इनका ध्यान रखें तो हमारा भविष्य संवर सकता है।
अच्छे से पढ़ लें सभी दस्तावेज
इंश्योरेंस खरीदते समय हमें कंपनियां कई सारे दस्तावेज देती हैं, जिनमें पॉलिसी की पूरी जानकारी लिखी होती है। लेकिन हम इन्हें पढ़ते नहीं है। ऐसे में आप अंजाने में कंपनी की कुछ ऐसी शर्त या बात मान लेते हैं जो आपको नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए कोई भी इंश्योरेंस प्लान खरीदने से पहले हमेशा पॉलिसी से जुड़े दस्तावेज ध्यान से पढ़ लें। इसके अतिरिक्त सिर्फ प्रीमियम सस्ता होने से ही हमें पॉलिसी का चयन नहीं करना चाहिए। पॉलिसी खरीदने से पहले हमें कंपनी की प्रदर्शन भी देख लेना चाहिए।
गंभीर बीमारी की कवर सूची को ध्यान से पढ़ें
क्लेम के खारिज होने से बचने के लिए दस्तावेजों और गंभीर बीमारी की कवर सूची को ध्यान से पढ़ें। कुछ बीमारियों के मामले में क्लेम की राशि पॉलिसी में तय सम अश्योर्ड राशि से परे अपेक्षाकृत कम होती है।
अस्पताल में कमरे और ICU की सीमाएं
कई ऐसी कंपनियां हैं जो अस्पताल में कमरे और आईसीयू के लिए भुगतान को सीमित रखती हैं। उन सीमाओं के बाद का भुगतान पॉलिसीधारक को ही करना होता है। इसलिए इंश्योरेंस लेने से पहले इस बात पर ध्यान देना जरूरी है। केवल उन्हीं इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनें जो आपके अस्पताल में भर्ती होने पर आपके पूरे इलाज (कमरे का किराया और नर्सिंग के खर्चों सहित) को कवर करती हैं।
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