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इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की तारीख 31 दिसंबर, टैक्स नहीं जमा किया तो पेनल्टी लगेगी

Shiddhant Shriwas
16 Sep 2021 9:08 AM GMT
इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की तारीख 31 दिसंबर, टैक्स नहीं जमा किया तो पेनल्टी लगेगी
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इनकम टैक्स पोर्टल में तकनीकी खामियों के चलते इस साल (वित्त वर्ष 2020-21) का इनकम टैक्स रिटर्न आप 31 दिसंबर तक फाइल कर सकते हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इनकम टैक्स पोर्टल में तकनीकी खामियों के चलते इस साल (वित्त वर्ष 2020-21) का इनकम टैक्स रिटर्न आप 31 दिसंबर तक फाइल कर सकते हैं. पोर्टल में बार-बार आ रही खामियों के चलते सरकार ने ये डेडलाइन दी है. ऐसे में भले ही आप अपना रिटर्न 31 दिसंबर तक दाखिल कर दें लेकिन अगर टैक्स जमा नहीं किया है, तो आपको पेनल्टी देनी होगी. वो भी पूरे 1 फीसदी हर महीने के हिसाब से. हालांकि, ये पेनल्टी तभी लगेगी जब आपके ऊपर इनकम टैक्स की देनदारी 1 लाख रुपए से ज्यादा है.

दो तरीके से तय होगी इनकम टैक्स और पेनल्टी की देनदारी

इस बारे में CA प्रवीन अग्रवाल कहते हैं कि इनकम टैक्स की देनदारी दो तरीके से तय होगी. पहला इंडिविजुअल बिजनेस कैटेगरी में आने वाले. दूसरा, वो लोग जो किसी कंपनी में काम कर रहे हैं और जिनके टैक्स का ऑडिट होता है. पहले वाले केस में बकाया टैक्स जमा करने की डेडलाइन 31 जुलाई है. जबकि दूसरे केस में 31 अक्टूबर. हालांकि, दोनों ही केस में पेंडिंग टैक्स का अमाउंट 1 लाख रुपए से ज्यादा होना चाहिए.

क्या है पेनल्टी वाला मामला?

दरअसल, इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना और आपके ऊपर जो टैक्स बन रहा है, उसे जमा करना दो चीजे हैं. इसे आसानी से समझने के लिए हमने CA प्रवीन अग्रवाल और CA मोहित शर्मा से बात की. मोहित बताते हैं कि इनकम टैक्स के सेक्शन 234A के मुताबिक टैक्स की देनदारी समय से जमा न करने पर आपके ऊपर हर महीने 1 प्रतिशत की पेनल्टी लगती है. ये पेनल्टी उसी अमाउंट पर लगेगी, जितना कि आपका टैक्स भरने से बचा है.

एक उदाहरण के साथ समझते हैं

अगर किसी व्यक्ति का नाम धीरज है. धीरज का सालाना पैकेज 25 लाख का है. जाहिर है पैकेज अधिक है, तो टैक्स की देनदारी बनेगी. मान लिया जाए कि धीरज ने जितने भी निवेश टैक्स बचाने के लिए किए हैं, उन्हें एडजस्ट करके धीरज को 1.1o लाख रुपए टैक्स और भरना है. तो अब धीरज को टैक्स का ये अमाउंट सरकार को पे करना होगा. इसके तीन विकल्प हैं.

पहला- या तो धीरज 31 दिसंबर तक अपना रिटर्न भरने का इंतजार करेंगे. लेकिन इस सूरत में अपने ऊपर बन रही 1.10 लाख रुपए की टैक्स देनदारी पर एक प्रतिशत महीने के हिसाब से पेनल्टी लगेगी.

दूसरा- पेनल्टी से बचने के लिए अगर वह 31 जुलाई से पहले ही अपना टैक्स और रिटर्न दोनों भर देते हैं, तो उन्हें सिर्फ 1.10 लाख रुपए देने होंगे, कोई पेनल्टी नहीं लगेगी.

तीसरा- पेनल्टी से बचने के लिए अगर वह 31 जुलाई से पहले ही अपना टैक्स-टैक्स भर देते हैं, लेकिन रिटर्न छोड़ देते हैं. तो ऐसे में भी उनके ऊपर कोई चार्ज नहीं लगेगा और फिर वह 31 दिसंबर तक अपना रिटर्न कभी भी भर सकते हैं.

रिटर्न भरने से पहले टैक्स कैसे जमा होगा?

मान लिया कि धीरज के ऊपर टैक्स की देनदारी तो है, लेकिन उन्हें इसका पता नहीं है, तो ऐसे में कैसे वह पेनल्टी से बचेंगे. इस बारे में CA मोहित कहते हैं कि सभी टैक्सपेयर्स 31 सितंबर से पहले एक बार अपने CA या अगर वह खुद टैक्स फाइल करते हैं तो खुद…टैक्स की कंप्यूटेशन स्लिप चेक कर लें. अगर किसी के ऊपर टैक्स की देनदारी है, तो इससे पता चल जाएगा और NSDL की वेबसाइट से भी समय से टैक्स जमा किया जा सकता है.

क्यों बढ़ रही है डेडलाइन

दरअसल, इस साल 7 जून को इनकम टैक्स का नया पोर्टल लॉन्च किया गया था. इस नए पोर्टल की जिम्मेदारी IT की दिग्गज कंपनी इंफोसिस को दी गई थी. पोर्टल लॉन्च तो हो गया लेकिन इसमें तकनीकी खामियां बनी रहीं. कई लोगों को OTP नहीं आता, कोई अपना पुराना रिटर्न नहीं देख पाता, कई लोगों के टैक्स क्रेडिट मिसमैच हैं…आदि समस्याएं पोर्टल पर हैं. इन समस्याओं को दूर करने के लिए खुद वित्त मंत्री तीन बार इंफोसिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर चुकी हैं. फिलहाल कंपनी को 15 सितंबर यानी कल तक का वक्त दिया गया था, सारी खामयों को दूर करने के लिए.

पोर्टल ठीक चल रहा है या नहीं, ये पूछने पर मोहित शर्मा ने बताया कि कुछ एक समस्याएं थीं, जिनमें से ज्यादातर दूर हो गई हैं. अब पोर्टल ठीक तरीके से काम कर रहा है और टैक्सपेयर्स अपना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर सकते हैं.

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