x
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अगर सब कुछ सही रहा तो आने वाले समय में दिल्ली से जयपुर के बीच देश का पहला इलेक्ट्रिक हाइवे जल्द तैयार होने जा रहा है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि दिल्ली से जयपुर के बीच भारत का पहला इलेक्ट्रिक राजमार्ग बनाना उनका सपना है.
सरकार को अब तक 47 प्रस्ताव मिले
राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि मणिपुर, सिक्किम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और कश्मीर में रोपवे केबल स्थापित करने के लिए सरकार को अब तक 47 प्रस्ताव मिले हैं. उन्होंने कहा, 'मेरा सपना है दिल्ली से जयपुर के बीच एक इलेक्ट्रिक राजमार्ग बनाना.'
1.99 लाख करोड़ रुपये आवंटित हुए
मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय के पास काफी बजट है और बाजार भी इसे समर्थन देने के लिए तैयार है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बजट 2022-23 में सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के लिए 1.99 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.
कैसा होता है इलेक्ट्रॉनिक हाइवे?
इलेक्ट्रॉनिक हाइवे या ग्रीन हाइवे को खास तरीके से डिजाइन किया जाता है. इस तरह के हाइवे पर काफी हरियाली होने के साथ ही पर्यावरण के लिए और भी कदम उठाए जाते हैं. इस राजमार्ग पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए खास लेन होगी, जहां केबल के जरिये वाहन चलेंगे. इस पर सरकार की तरफ से केबल से चलने वाली स्पेशल बस और ट्रेनें चलाई जाएंगी. ये बसें 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी.
इस हाइवे के दोनों तरफ बिजली की लाइनें बिछी होती हैं. जिस पर भारी वाहन भी तेज रफ्तार में दौड़ सकेंगे. इससे प्रदूषण कम फैलता है. आपको बता दें सरकार इस तरह के हाइवे को पेट्रोल-डीजल के विकल्प के तौर पर देख रही है. ई-हाइवे पर बिजली से चलने वाले वाहन काफी संख्या में रहेंगे. इस पर इलेक्ट्रिक बसों के जरिये आम लोग भी आधे समय में प्रदूषण मुक्त सफर का लुत्फ ले सकेंगे.
Next Story