जनता से रिश्ता वेबडेस्क | ग्लोबल इकोनॉमी (Global Economy) इस समय महंगाई (Inflation) की समस्या से परेशान है. यही वजह है कि दुनिया भर के सेंट्रल बैंक इंट्रेस्ट रेट बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं, जिससे एक्सेस लिक्विडिटी पर कंट्रोल किया जा सके. रॉयटर्स के एक पोल के मुताबिक, साल 2022 में दुनिया के सामने ऊंची महंगाई दर बड़ी समस्या रहेगी. महंगाई के कारण ग्रोथ रेट पर असर दिखाई देगा. अगर महंगाई नियंत्रण में नहीं आती है तो इसके कारण डिमांड में गिरावट आएगी और रिकवरी की रफ्तार धीमी होगी. ऐसे में इंफ्लेशन को कंट्रोल करने के लिए दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों को समय से पहले इंट्रेस्ट रेट बढ़ाने पर फोकस करना होगा. कुछ महीने पहले की बात है जब RBI समेत तमाम सेंट्रल बैंकों ने कहा था कि कोरोना महामारी के कारण सप्लाई-चेन सिस्टम प्रभावित हुई है. यही वजह है कि महंगाई दर में उछाल आया है. इसका असर तात्कालिक रहेगा.