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टेस्ला ने भारत में अपना विस्तार शुरू कर दिया

Sonam
3 Aug 2023 10:04 AM GMT
टेस्ला ने भारत में अपना विस्तार शुरू कर दिया
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मशहूर कंपनी टेस्ला सस्ते इलेक्ट्रिक वाहनों की मैन्युफैक्चरिंग के लिए भारत में प्लांट स्थापित करने की संभावनाओं को तलाश रही है। इसी बीच अधिकारियों ने टेस्ला के चीनी आपूर्तिकर्ताओं पर कंपनी की निर्भरता के बारे में चिंता जताई है। बीते कुछ हफ्तों में टेस्ला स्थानीय बाजार और निर्यात दोनों के लिए किफायती इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) का उत्पादन करने के लिए एक कारखाने के निर्माण के संबंध में सरकार के साथ चर्चा कर रही है।

हालांकि रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत और चीन के तनावपूर्ण संबंधों के कारण टेस्ला की चीनी आपूर्तिकर्ताओं को शामिल करने की योजना के लिए चुनौतियां पैदा कर सकते हैं। गौरतलब है कि टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क जाहिर कर चुके हैं कि उनका लक्ष्य कंपनी के परिचालन को चीन में अपने प्रमुख विदेशी आधार से बाहर निकालते हुए उसका विस्तार करना है। मस्क वहां कंपनी का विस्तार करना चाहते हैं जहां रेगुलेट्री अप्रूवल कम हों।

माना जा रहा है कि भारत में ईवी के प्रभावी निर्माण की लागत को कम रखने में चीनी आपूर्तिकर्ताओं की अहम भूमिका हो सकती है। बता दें कि भारत में कई महत्वपूर्ण घटकों की कमी है, जिसमें बैटरी सेल भी शामिल है। स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं की कमी को पूरा करने के लिए प्रमुख भारतीय ईवी निर्माता टाटा मोटर्स भी इन घटकों को चीन से आयात करती है। सरकारी अधिकारियों के साथ हुई बैठक में टेस्ला के अधिकारियों ने आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ाने के लिए अपने कुछ चीनी विक्रेताओं को स्थानीय उपस्थिति स्थापित करने में रुचि व्यक्त की।

हालाँकि वर्ष 2020 में भारत और चीन के बीच सीमा संघर्ष के बाद से बढ़ी हुई जांच के कारण भारत में चीनी कंपनियों को मंजूरी देना कठिन है। इस संबंध में जब टेस्ला ने भारतीय अधिकारियों से बात की तो भारतीय अधिकारियों ने भारत में एप्पल के दृष्टिकोण के समान समाधान का सुझाव दिया।

मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि अधिकारियों ने कंपनी से समस्या को हल करने के लिए टेक कंपनी ऐप्पल की रणनीति से सीखने को कहा है। चीनी आपूर्तिकर्ताओं के साथ साझेदारी के लिए स्थानीय फर्मों को ढूंढने का सुझाव दिया गया है। बता दें कि हाल के महीनों में ऐप्पल कंपनी ने स्थानीय भागीदारों के साथ मिलकर कारोबार बनाया है और चीनी आपूर्तिकर्ताओं को भारत में लाने की मंजूरी प्राप्त की है। गौरतलब है कि ऐप्पल की भारत में तेजी से बढ़ती आपूर्ति श्रृंखला है, जिसमें ताइवान की फॉक्सकॉन अपने आईफोन को अलेंबल करती है।

गौरतलब है कि नई दिल्ली ने हाल ही में केस-टू-केस आधार पर कुछ चीनी आपूर्तिकर्ताओं के भारतीय कंपनियों के साथ संयुक्त व्यापार को मंजूरी दी है। हालाँकि, सरकार अभी भी चीनी वाहन निर्माताओं और अन्य कंपनियों को देश में अपने परिचालन का विस्तार करने की अनुमति देने को लेकर सतर्क बनी हुई है। हालांकि कुछ खास चीनी विक्रेताओं का उल्लेख नहीं किया गया है मगर टेस्ला सक्रिय रूप से भारत में अपने संभावित कारखाने का निर्माण करने के लिए भागीदारों की तलाश कर रहा है।

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