35 से अधिक मेड-इन-इंडिया कारों का क्रैश-टेस्ट अब तक ग्लोबल NCAP द्वारा किया जा चुका है। भारतीय ग्राहक हाल के दिनों में कार की सुरक्षा को लेकर पहले से अधिक सर्तक हो गए हैं। इसलिए जब भी वो कार लेने जाते हैं, तो कार की सुरक्षा के बारे में सबसे ज्यादा जानने की कोशिश करते है। ग्लोबल NCAP के द्वारा दी गई रेटिंग का खास असर लोगों पर भी पड़ता है। इसके साथ ही कार की विश्वसनीयता पर भी पड़ता है। इन रेटिंग को जानकर ही लोग अपने लिए नई कार का चयन कर पाते हैं।
2011 से ग्लोबल NCAP कर रही है मेड-इन-इंडिया कारों का क्रैश-टेस्ट
2011 से ग्लोबल NCAP द्वारा कई मेड-इन-इंडिया कारों का क्रैश-टेस्ट किया जा रहा है। इस लिस्ट में Kia Carens ने 3 स्टार की रेटिंग प्राप्त की है। वहीं, हुंडई क्रेटा और i20 जैसी कारों को भी ग्लोबल NCAP के द्वारा हाल के दिनों में 3 स्टार की रेटिंग दी गई है। आपको बता दें कि किआ कैरेंस में 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, सीटबेल्ट प्री-टेंशनर्स, एबीएस, ऑल-व्हील डिस्क ब्रेक, ब्रेक असिस्ट सिस्टम और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम के आलावा कई फीचर्स हैं, लेकिन इसके बाद भी कार को 3 स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है।
टाटा पंच ने मारी बाजी
ग्लोबल NCAP के क्रैश टेस्ट में टाटा पंच ने बाजी मारी है। एडल्ट की सुरक्षा में टाटा पंच ने 17 में से 16.45 नंबर के साथ सेफ्टी के मामले में अपनी जगह सबसे टॉप पर बनाई है। वहीं, सबकॉम्पैक्ट एसयूवी महिंद्रा XUV300 16.42 नंबर के साथ टाटा पंच से पीछे है। इसी के साथ टाटा अल्ट्रोज और नेक्सन एडल्ट सेफ्टी में 16.13 और 16.06 नंबर के साथ तीसरे और चौथे नंबर पर है। 16.03 नंबर प्राप्त करने वाली महिंद्रा XUV700 पांचवें नंबर पर है।