मुंबई। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का कर्मचारियों की छंटनी का कोई इरादा नहीं है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि टीसीएस में हम प्रतिभाओं को लंबे करियर के लिए तैयार करते हैं। टीसीएस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि कंपनी स्टार्टअप कंपनियों के उन कर्मचारियों की नियुक्ति करने जा रही है जो अपनी नौकरी गंवा चुके हैं। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जबकि दुनियाभर की बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियां कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं। लक्कड़ ने कहा कि हम छंटनी में विश्वास नहीं रखते।
हम प्रतिभाओं को आगे बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि कई कंपनियों को इस तरह का कदम इसलिए उठाना पड़ रहा है क्योंकि उन्होंने जितना चाहते थे उससे अधिक लोगों को काम पर रख लिया। वहीं इस मामले में सतर्क टीसीएस से जब कोई कर्मचारी जुड़ जाता है, तो यह कंपनी की जिम्मेदारी होती है कि वह उन्हें उत्पादक बनाए। कई बार ऐसी स्थिति आती है जबकि कर्मचारी के पास मौजूद दक्षता हमारी जरूरत से कम होती है। ऐसी स्थिति में हम कर्मचारी को समय देते हैं और उसे प्रशिक्षित करते हैं। टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या छह लाख से अधिक है। लक्कड़ ने कहा कि कंपनी इस बार भी कर्मचारियों को पूर्व के वर्षों के बराबर वेतनवृद्धि देगी।