सुंदरम फास्टनर्स की पहली तिमाही का शुद्ध मुनाफा 113 करोड़ रुपये रहा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। तमिलनाडु के मदुरई स्थित टीवीएस ग्रुप की कंपनी सुंदरम फास्टनर्स ने गुरुवार को 30 जून 2021 को समाप्त पहली तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान चुनौतियों का सामना करने के बावजूद अप्रैल से जून तक कंपनी ने 112.55 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है जबकि पिछले साल इसी अवधि में कंपनी को 23.48 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।
50 साल से ज्यादा पुरानी यह कंपनी देश की सबसे बड़ी फास्टनर बनाने और निर्यात करनेवाली कंपनी है। फास्टनर एक हार्डवेयर डिवाइस है जिसका ज्यादातर उपयोग कारों और इलेक्ट्रिक उपकरणों में दो या दो से ज्यादा सामानों को मशीन के जरिए जोड़ने के लिए किया जाता है।
कंपनी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि परिचालन से कंपनी का राजस्व एक साल पहले की समान अवधि में 276.73 करोड़ रुपये की तुलना में समीक्षावधि तिमाही में 938.81 करोड़ रुपये रहा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि सम्मिलित आधार पर, कंपनी की घरेलू और विदेशी सहायक कंपनियों ने समीक्षावधि तिमाही के दौरान प्रभावशाली प्रदर्शन दर्ज किया है।
कंपनी ने कहा, 'सुंदरम फास्टनर्स ने 30 जून, 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान एक मजबूत परिचालन का प्रदर्शन किया है, जो कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के कारण अत्यधिक चुनौतीपूर्ण परिचालन कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद है।'
इस साल जून तिमाही में कंपनी की घरेलू बिक्री 559.93 करोड़ रुपये रही। एक साल पहले की समान अवधि में यह 132.85 करोड़ रुपये था। जून 2021 को समाप्त तीन महीनों में निर्यात बिक्री बढ़कर 356.33 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 135.02 करोड़ रुपये थी।
सुंदरम फास्टनर्स लिमिटेड की प्रबंध निदेशक आरती कृष्णा ने कहा कि 'वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के दौरान महामारी की दूसरी लहर से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, हमने विनिर्माण की योजना बनाकर और साथ ही अपने लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करके एक मजबूत परिचालन प्रदर्शन देने में कामयाब रहे।'
उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही से अर्थव्यवस्था के धीरे-धीरे खुलने से मांग में वृद्धि की प्रवृत्ति पैदा करने में मदद मिली, क्योंकि ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) ने अपने उत्पादन स्तर को बढ़ाया। हालांकि, कोविड की दूसरी लहर ने घरेलू मोटर वाहन क्षेत्र पर प्रभाव डाला था।