बेटियों के भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना, ऐसे मिलेंगे 65 लाख रुपये
दिल्ली। केंद्र सरकार बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) चला रही है. माता-पिता इस स्मॉल सेविंग स्कीम में निवेश कर अपनी बेटियों के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित कर सकते हैं. सुकन्या समृद्धि योजना एक लॉन्ग टर्म स्कीम है. इसमें निवेश कर माता-पिता अपनी बेटी की पढ़ाई से लेकर शादी तक के लिए पैसे जोड़ सकते हैं. हाल ही में सरकार ने इस स्कीम की ब्याज दरों में इजाफा भी किया है. मौजूदा तिमाही के लिए सरकार ने ब्याज दर को 7.6 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी कर दिया है.
सुकन्या समृद्धि योजना 21 साल के लिए खुलती है. लेकिन माता-पिता को शुरुआत के 15 साल तक ही पैसा जमा करना पड़ता है. छह साल तक अकाउंट बिना पैसा जमा किए ही ऑपरेशनल बना रहता है. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 वर्ष से कम आयु की बेटियों का खाता उनके माता-पिता के नाम पर ही खुलता है. इस स्कीम के तहत सालाना 250 रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये जमा कर सकते हैं. पहले इस योजना में दो बेटियों के खाते पर ही 80C के तहत टैक्स में छूट मिलता था. लेकिन कुछ महीने पहले स्कीम के नियमों में बदलाव हुआ और अब एक बेटी के बाद अगर दो जुड़वा बेटियां पैदा होती हैं, तो उनके खाते पर भी टैक्स में छूट मिलेगी. इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसी भी नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक में जाकर खाता खुलवा सकते हैं. सुकन्या समृद्धि योजना खाते में निवेश की रकम कैश, चेक, डिमांड ड्राफ्ट या किसी ऐसे तरीके से भी जमा कराई जा सकती है, जिसे बैंक स्वीकार करता है.
सुकन्या समृद्धि योजना 21 साल में मैच्योर होती है. हालांकि, लड़की की उम्र 18 साल होने के बाद पढ़ाई के लिए इस खाते से राशि निकाली जा सकती है. पूरी रकम 21 साल के बाद ही निकाली जा सकती है. फरवरी 2023 तक इस योजना के तहत अब तक करीब 3 करोड़ अकाउंट खोले जा चुके हैं. साल 2015 में सरकार की ओर से बेटियों के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने के लिए इस स्कीम की शुरुआत की गई थी. आप इस स्कीम में सिर्फ 100 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं.
अगर कोई माता-पिता बेटी के जन्म के बाद से ही हर महीने 12,500 रुपये का निवेश करता है, तो एक साल में वो 1,50,000 लाख रुपये जमा करेंगे. इस तरह वो 15 साल में 22,50,000 रुपये निवेश करेंगे. अब अगर पुरानी दर 7.6 फीसदी के हिसाब से देखें, तो 43,43,071 रुपये ब्याज के रूप में मिलेंगे. इस तरह वो अपनी बेटी के लिए स्कीम के मैच्योर होने तक 65,93,071 रुपये जमा कर लेंगे.