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मौजूदा शुगर सीजन में अब तक यानि अक्टूबर से जनवरी के बीच देश मे चीनी उत्पादन पिछले साल के मुकाबले ज्यादा रहने का अनुमान है,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | मौजूदा शुगर सीजन में अब तक यानि अक्टूबर से जनवरी के बीच देश मे चीनी उत्पादन पिछले साल के मुकाबले ज्यादा रहने का अनुमान है, इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के मुताबिक अक्टूबर से जनवरी तक देश में चीनी का उत्पादन पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 5.64 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1.87 करोड़ टन रह सकता है. इससे पहले इस्मा ने अनुमान दिया था कि मौजूदा शुगर सीजन 2021-22 में भारत का कुल चीनी उत्पादन 3.14 करोड़ टन रह सकता है. बेहतर संकेतों को देखते हुए ये अनुमान भी बढ़ाया गया है. पहले पूरे सीजन में कुल 3.05 करोड़ टन उत्पादन का अनुमान था.
पिछले साल के मुकाबले बढ़ेगा चीनी का उत्पादन
इस्मा ने अनुमान दिया है कि अक्टूबर से जनवरी तक चीनी का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले बढ़कर 1.87 करोड़ टन हो सकता है. इस्मा के अनुसार पिछले साल इसी अवधि में चीनी मिलों ने 1.77 करोड़ टन चीनी का उत्पादन किया था. उत्पादन में ये बढ़त महाराष्ट्र में बेहतर प्रदर्शन की वजह से है. अनुमान के मुताबिक उत्पादन और बढ़ सकता था. हालांकि उत्तर प्रदेश में सीजन में अब तक चीनी उत्पादन पिछले स्तर से कम रहने का अनुमान है. उत्तर प्रदेश में इस अवधि के दौरान चीनी उत्पादन में गिरावट देखने को मिल सकती है. और अक्टूबर से जनवरी के बीच चीनी का उत्पादन 50 लाख टन रह सकता है. पिछले साल की इसी अवधि में उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों ने 54 लाख टन से ज्यादा चीनी का उत्पादन किया था. वहीं दूसरी तरफ इस दौरान महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन में अच्छी खासी बढ़त देखने को मिल सकती है, जनवरी तक महाराष्ट्र की चीनी मिलों का उत्पादन करीब 73 लाख टन रह सकता है. एक साल पहले ये आंकड़ा करीब 64 लाख टन था. वहीं कर्नाटक में बीते साल की इसी अवधि के मुकाबले चीनी उत्पादन 34.5 लाख टन से बढ़कर 38.7 लाख टन रह सकता है.
पूरे सीजन के लिये बढ़ा चीनी उत्पादन का अनुमान
इससे पहले इस्मा ने सितंबर में समाप्त होने वाले मार्केटिंग वर्ष 2021-22 के लिए भारत के चीनी उत्पादन अनुमान को तीन प्रतिशत बढ़ाकर 314.5 लाख टन कर दिया है जबकि पहले यह अनुमान 305 लाख टन का था. वर्ष 2020-21 के पेराई सत्र में 311.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था. चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है. इस्मा ने एक बयान में कहा, ''यह आंकड़ा गन्ना रस/ सिरप या बी-हैवी शीरे के इथेनॉल उत्पादन के लिए खपाए जाने वाले 34 लाख टन चीनी का हिसाब जोड़ने के बाद का है'' मांग के मोर्चे पर इस्मा ने कहा कि चीनी मिलों ने इस मार्केटिंग वर्ष में अक्टूबर-दिसंबर 2021 के दौरान 69.06 लाख टन की बिक्री की है जो एक साल पहले की समान अवधि में हुई बिक्री से लगभग 1.5 लाख टन अधिक है. चीनी की मांग बढने के साथ इस्मा ने अनुमान लगाया कि वर्ष 2021-22 में चीनी की घरेलू खपत लगभग 270 लाख टन रहेगी. वहीं अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान चीनी का निर्यात बढ़कर 16.23 लाख टन हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 4.49 लाख टन था. जनवरी 2022 में आठ लाख टन चीनी के निर्यात के साथ ही इस विपणन वर्ष के पहले चार महीनों में ही कुल निर्यात 24 लाख टन से अधिक हो जाने का अनुमान है.
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