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शेयर बाजार में गिरावट

jantaserishta.com
7 Jun 2022 4:09 AM GMT
शेयर बाजार में गिरावट
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार (Share Market) को कर्ज और महंगे होने का डर सता रहा है. रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक (MPC Meeting) के नतीजों के ऐलान से एक दिन पहले मंगलवार को भी बाजार में इस कारण प्रेशर बना हुआ है. बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) दोनों ने आज के कारोबार की शुरुआत ही करीब 1-1 फीसदी की गिरावट के साथ की.

आज भी बाजार प्री-ओपन सेशन (Pre-Open Session) में ही गिरा हुआ था. सेशन शुरू होने से पहले बीएसई सेंसेक्स 300 अंक से ज्यादा गिरा हुआ था. निफ्टी भी प्री-ओपन में 100 अंक तक के नुकसान में था. सिंगापुर में एसजीएक्स निफ्टी (SGX Nifty) भी फ्लैट या रेड जोन में कारोकार की शुरुआत के संकेत दे रहा था. जैसे ही सेशन ओपन हुआ, सेंसेक्स करीब 540 अंक के नुकसान में चला गया. सुबह के 09:20 बजे सेंसेक्स करीब 460 अंक के नुकसान के साथ 55,220 अंक से नीचे ट्रेड कर रहा था. निफ्टी करीब 140 अंक के नुकसान के साथ 16,430 अंक के पास कारोबार कर रहा था.
इससे पहले सोमवार को बाजार काफी वोलेटाइल रहा था. सोमवार के कारोबार में एक समय सेंसेक्स 55,832.28 अंक के उच्च स्तर तक पहुंच गया था, तो दूसरी ओर इसने कारोबार के दौरान 55,295.74 अंक का निचला स्तर भी छू दिया था. अंत में जब कारोबार समाप्त हुआ, तब सेंसेक्स 93.91 अंक (0.17 फीसदी) गिरकर 55,675.32 अंक पर बंद हुआ था. निफ्टी 14.75 अंक (0.089 फीसदी) के घाटे के साथ 16,569.55 अंक पर रहा था.
आज के कारोबार में घरेलू बाजार को ग्लोबल मार्केट के ट्रेंड से कुछ खास सपोर्ट नहीं मिला. सोमवार को अमेरिकी बाजार में मामूली तेजी देखने को मिली थी. डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones Indutrial Average) 0.05 फीसदी, नास्डैक कंपोजिट (Nasdaq Composite) 0.40 फीसदी और एसएंडपी 500 (S&P 500) 0.31 फीसदी के फायदे में रहा था. आज एशियाई बाजारों में भी तेजी का माहौल है. जापान का निक्की (Nikkei) 0.41 फीसदी की मजबूती में कारोबार कर रहा है. हांगकांग का हैंगसेंग (Hangseng) 0.37 फीसदी और चीन का शंघाई कंपोजिट (Shanghai Composite) 0.47 फीसदी के फायदे में है.
रिकॉर्ड महंगाई के बीच रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की अहम बैठक सोमवार को शुरू हुई और यह बुधवार तक चलने वाली है. इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि रिजर्व बैंक एमपीसी की जून बैठक में भी रेपो रेट को 0.40 फीसदी तक बढ़ाने का निर्णय लिया जा सकता है. इससे पहले पिछले महीने मई में रिजर्व बैंक एमपीसी ने एक आपात बैठक कर रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाने का निर्णय लिया था. रेपो रेट बढ़ने से कार लोन से लेकर होम लोन तक महंगे हो जाएंगे और लोगों के ऊपर ईएमआई का बोझ बढ़ जाएगा. कर्ज महंगा होने से इकोनॉमिक ग्रोथ की रफ्तार पर भी लगाम लग सकती है.
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