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आंकड़े सालभर की, हजारों भारतीय करोड़पतियों ने छोड़ा देश

Nilmani Pal
29 Nov 2022 5:28 AM GMT
आंकड़े सालभर की, हजारों भारतीय करोड़पतियों ने छोड़ा देश
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दुनिया भर में अमीरों (Rich) की तादाद बढ़ रही है. भारत में भी करोड़पतियों (Indian Millionaires) की लिस्ट में लगातार नए नाम शामिल होते जा रहे हैं. लेकिन इस बीच अमीरों के भारत छोड़कर दूसरा ठिकाना तलाशने की दर में भी जोरदार इजाफा हुआ है. हेनले एंड पार्टनर्स की एक रिपोर्ट (Henley and Partners Report) के मुताबिक, सालभर में भारत के 8,000 करोड़पतियों ने देश छोड़ा है. इस आंकड़े के साथ अब भारत अमीरों के पलायन के मामले में टॉप-3 देशों में शामिल हो गया है.

एक ओर जहां दुनिया के शीर्ष अमीरों की लिस्ट में भारतीय उद्योगपतियों का डंका बज रहा है, वहीं बड़ी संख्या में भारतीय रईसों का देश से मोहभंग होता नजर आ रहा है. आंकड़े बता रहे हैं कि साल 2022 में ही हजारों करोड़पतियों (Millionaires) ने भारत को टाटा बोल दिया है. हेनले एंड पार्टनर्स ने अपनी रिपोर्ट में ये खुलासा किया है. इसके मुताबिक, भारत दुनिया के उन तीन देशों में शामिल है, जहां से करोड़पतियों का पलायन (Millionaires Left India) सबसे ज्यादा हुआ है. इस लिस्ट में पहले नंबर पर रूस, जबकि दूसरे नंबर पर चीन का नाम आता है.

बिजनेस इनसाइडर पर छपी Henley and Partners की रिपोर्ट को देखें तो साफ है कि भारत समेत कई देशों के करोड़पति अपना देश छोड़ दूसरे मुल्कों में बसने को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. रिपोर्ट में मुहैया कराए गए आंकडों पर नजर दौड़ाएं तो भारत से 8,000 करोड़पतियों ने साल 2022 में पलायन किया है. जबकि इस मामले में सबसे आगे रहे रूस (Russia) से निकलकर दूसरे देशों में बसने वाले करोड़पतियों की संख्या इस साल 15,000 रही है, जबकि चीन (China) से इस अवधि में 10,000 करोड़पति ने पलायन किया है.

कोविड-19 महामारी (Covid-19) के दौर में हाई नेटवर्थ वाले लोगों (High Net Worth People) के देश छोड़ने के प्लान पर कुछ ब्रेक लग गया था, लेकिन अब फिर से अमीरों ने विदेशों में बसने का फैसला कर लिया है और ताजा आंकड़ा इस बात का उदाहरण है. गौरतलब है कि हाई नेटवर्थ वाले लोगों में ऐसे अमीर शामिल होते हैं, जिनके पास एक मिलियन डॉलर या उससे अधिक की संपत्ति होती है. हालांकि, इस पलायान के साथ ही भारत में नए करोड़पतियों की तादाद में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. इसके साथ ही रिपोर्ट में ये उम्मीद भी जाहिर की गई है कि स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग बेहतर होने के बाद देश छोड़ने वाले ये अमीर भारत में दोबारा वापस आ सकते हैं.

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