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यूनिकॉर्न के मामले में स्टार्टअप इन्वेस्टमेंट आया कई गुना उछाल

Teja
16 Jan 2022 9:39 AM GMT
यूनिकॉर्न के मामले में स्टार्टअप इन्वेस्टमेंट आया कई गुना उछाल
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भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम बहुत तेजी से फैल रहा है. दुनियाभर के निवेशक यहां स्टार्टअप्स में निवेश कर रहे हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम (Startup ecosystem) में निवेशक काफी रुचि दिखा रहे हैं, यहीं वजह है कि ऐसी इकाइयों में निवेश तेजी से बढ़ रहा है. उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT) के सचिव अनुराग जैन ने शनिवार यह बात कही. जैन ने कहा कि स्टार्टअप इकाइयों में सालाना निवेश (Startup Investment) 11 अरब डॉलर से बढ़कर 36 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि देश में दुनियाभर से स्टार्टअप में आने वाले निवेश चार फीसदी से बढ़कर छह फीसदी हो गया है. इसमें घरेलू निवेश भी शामिल है. जैन ने राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार समारोह में कहा, ''देश में स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेशक काफी रुचि दिखा रहे हैं. पिछले एक साल के दौरान स्टार्टअप कंपनियों में निवेश 11 अरब डॉलर से बढ़कर 36 अरब डॉलर पर पहुंच गया है.''

इस ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने स्टार्टअप इकाइयों को नियामकीय बोझ को सुगम करने के लिए और अधिक सुझावों के साथ आने को कहा. उन्होंने कहा कि इससे स्टार्टअप की कहानी को आगे बढ़ाया जा सकेगा. गोयल ने कहा, ''मुझे यह जानकारी मिली है कि 2021 में स्टार्टअप क्षेत्र में 1,000 से अधिक सौदे हुए हैं और पहले नौ माह में इस क्षेत्र में 23 अरब डॉलर का निवेश आया है.''उन्होंने कहा कि हमारे कई उद्यमी आगे बढ़ती नई स्टार्टअप इकाइयों के लिए मार्गदर्शक बन सकते हैं. ''हमें विभिन्न जिलों में 'स्टार्टअप पहुंच केंद्रों' की स्थापना पर ध्यान देना चाहिए.''
यूनिकॉर्न के मामले में तीसरे स्थान पर भारत
यूनिकॉर्न (unicorn) के मामले में भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है. ये जानकारियां ओरियोस वेंचर पार्टनर्स की एक रिपोर्ट में साझा की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक युवाओं के अपने कारोबार को लेकर बढ़ते रुझान और सरकार के द्वारा नए कारोबारियों को प्रोत्साहित करने की वजह से देश का स्टार्टअप सेगमेंट मजबूती पकड़ रहा है.
2021 में 46 यूनिकॉर्न तैयार
ओरियोस वेंचर पार्टनर्स ने गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि वर्ष 2021 में भारत में एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाले 46 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न का दर्जा पाने में सफल रहे. इसके साथ ही भारत में मौजूद कुल यूनिकॉर्न की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा होकर 90 हो गई. पिछले साल में यूनिकॉर्न बनने वाले स्टार्टअप में शेयरचैट, क्रेड, मीशो, नजारा, मॉगलिक्स, एमपीएल, ग्रोफर्स (अब ब्लिंकइट), अपग्रेड, मामाअर्थ, ग्लोबलबीज, एको और स्पिनी शामिल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत 90 यूनिकॉर्न की संख्या के साथ अमेरिका और चीन के बाद तीसरा बड़ा यूनिकॉर्न मौजूदगी वाला देश बन गया है.
60 हजार स्टार्टअप्स का है यह इकोसिस्टम
अमेरिका में 487 और चीन में 301 यूनिकॉर्न हैं और भारत अब ब्रिटेन (39) से भी आगे निकल चुका है. वहीं भारत करीब 60,000 स्टार्टअप की संख्या के साथ तीसरा बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम वाला देश बन गया है. रिपोर्ट कहती है कि ये स्टार्टअप न सिर्फ इनोवेटिव सॉल्यूशन्स एवं टेक्नोलॉजी लेकर आ रहे हैं बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार भी पैदा कर रहे हैं. आज के समय में दुनिया का हर 13वां यूनिकॉर्न भारत में शुरू हुआ है.


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