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27 साल की उम्र में मिनरल वाटर बेचना शुरू किया

Teja
18 March 2023 3:13 AM GMT
27 साल की उम्र में मिनरल वाटर बेचना शुरू किया
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मिनरल वाटर : टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने बोतलबंद पानी बेचने वाली कंपनी बिसलेरी को खरीदने के लिए बातचीत को बंद कर दिया है। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी। इकोनॉमिक टाइम्स ने नवंबर में एक रिपोर्ट पब्लिश की थी जिसमें कहा गया था कि बिसलेरी की टाटा ग्रुप के साथ डील पर बातचीत चल रही है। 32% बाजार हिस्सेदारी के साथ बिसलेरी 20,000 करोड़ रुपए के पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर सेगमेंट में लीडर है।
बीते दिनों ब्लूमबर्ग ने भी इस डील को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि वैल्यूएशन को लेकर टाटा कंज्यूमर और बिसलेरी के बीच डील पर बातचीत रुक गई है। बिसलेरी को रमेश चौहान ने साल 1969 में करीब 4 लाख रुपए में खरीदा था। रमेश चौहान सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड थम्स अप, गोल्ड स्पॉट और लिम्का भी बना चुके हैं। हालांकि उन्होंने इसे कोका-कोला को बेच दिया था।
मिनरल वाटर ब्रांड 'बिसलेरी' को भारत में पॉपुलर बनाने वाले रमेश चौहान का जन्म 17 जून 1940 को जयंतीलाल और जया चौहान के यहां मुंबई में हुआ था। उनके दोस्त उन्हें आरजेसी के नाम से बुलाते हैं। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग और बिजनेस मैनेजमेंट किया है। हमेशा अपने समय से आगे रहने के लिए जाने जाने वाले चौहान ने 27 साल की उम्र में भारतीय बाजार में बोतलबंद मिनरल वाटर पेश किया था।
पारले एक्सपोर्ट्स ने 1969 में इटली के एक बिजनेसमैन से बिसलेरी को खरीदा था और भारत में मिनरल वाटर बेचना शुरू किया था। 50 साल से ज्यादा के करियर में चौहान ने बिसलेरी को मिनरल वाटर का भारत का टॉप ब्रांड बना दिया। चौहान ने प्रीमियम नेचुरल मिनरल वाटर ब्रांड वेदिका भी बनाया है। इसके अलावा थम्सअप, गोल्ड स्पॉट, सिट्रा, माजा और लिम्का जैसे कई ब्रांड को बनाने वाले भी चौहान ही हैं।
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