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श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार हो चुका है खत्म

Teja
21 Feb 2022 10:19 AM GMT
श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार हो चुका है खत्म
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विदेशी मुद्रा संकट की वजह से इस देश की अर्थव्यवस्था की हालत काफी खराब है. देश की आर्थिक स्थिति इतनी विकट है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | श्रीलंका इस समय गंभीर वित्तीय परेशानियों (Sri Lanka Economic Crisis) से गुजर रहा है. वहां की सरकारी तेल कंपनियों के पास इतने पैसे नहीं है कि वह कच्चा तेल खरीद सके. देश गंभीर फ्यूल क्राइसिस से गुज रहा है. देश के ज्यादातर पेट्रोल पंपों पर ईंधन समाप्त हो गया है. विदेशी मुद्रा संकट (Foreign reserves crisis) की वजह से इस द्वीपीय देश की अर्थव्यवस्था की हालत काफी खराब है. श्रीलंका की वर्तमान आर्थिक स्थिति इतनी विकट है कि उसके पास ईंधन की दो खेप के भुगतान के लिए पर्याप्त मात्रा में अमेरिकी डॉलर भी नहीं है. श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री उदय गम्मनपिला ने कहा, ''ईंधन की दो खेप आज आ गई हैं, लेकिन हम इसका भुगतान करने में असमर्थ हैं.'' पिछले सप्ताह सरकारी रिफाइनरी सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (Ceylon Petroleum Corporation) ने कहा था कि उसके पास विदेशों से आपूर्ति खरीदने के लिए नकदी नहीं है. सरकार द्वारा तय कीमतों पर डीजल की बिक्री के कारण 2021 में सीपीसी को 41.5 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है.

गम्मनपिला ने कहा, ''मैंने जनवरी में दो बार और इस महीने की शुरुआत में डॉलर के संकट के कारण ईंधन की कमी के बारे में चेतावनी दी थी.'' विदेशी मुद्रा संकट की वजह से श्रीलंका का ऊर्जा क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है. श्रीलंका ईंधन के लिए मुख्य रूप से आयात पर निर्भर है. ईंधन की कमी के कारण देश के पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें लग गई हैं.
IOC से खरीदा था 40 हजार टन डीजल
गम्मनपिला ने कहा कि इस संकट से निकलने का एकमात्र रास्ता ईंधन की खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी है.मंत्री ने सरकार से ईंधन आयात पर सीमा शुल्क को कम करने का भी आग्रह किया ताकि जनता को इसका लाभ दिया जा सके. इस महीने की शुरुआत में श्रीलंका ने भारतीय कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) से 40,000 टन डीजल और पेट्रोल खरीदा था ताकि देश की ऊर्जा की जरूरतों को पूरा किया जा सके.
फॉरन रिजर्व में लगातार गिरावट
2019 में गोटबाया राजपक्षे ने श्रीलंका की कमान संभाली थी. उस समय विदेशी मुद्रा भंडार 7.5 बिलियन डॉलर था जो दिसंबर के अंत में घटकर 3.1 बिलियन डॉलर रह गया है. जनवरी के अंत में एक रिपोर्ट आई थी जिसके मुताबिक, उसके पास केवल दो महीने के आयात के लिए फॉरन रिजर्व बचा हुआ था. श्रीलंका पर विदेशी कर्ज 35 बिलियन डॉलर का है. ऐसे में इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसियों ने सॉवरेन रेटिंग को घटा दिया है.


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