दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने 6 करोड़ से अधिक सदस्यों को अलर्ट किया है. EPFO पीएफ के रूप में कटने वाली कर्मचारियों की राशि को मैनज करता है. अगर आप भी EPFO के मेंबर हैं, तो आपके लिए यह बेहद जरूरी खबर है. EPFO ने साइबर क्राइम (Cyber Crime) को लेकर अपने सदस्यों को अलर्ट किया है. साइबर अपराधी EPFO के नाम पर धोखाधड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं. वे सदस्यों को फोन कर उनकी पर्सनल डिटेल्स (Personal Details) मांग रहे हैं.
EPFO ने ट्वीट कर लिखा- 'फर्जी कॉल और SMS से सावधान रहें. EPFO कभी भी अपने सदस्यों से फोन, ई-मेल या सोशल मीडिया पर पर्सनल डिटेल्स शेयर करने के लिए नहीं कहता है.' EPFO और इसके कर्मचारी कभी भी ऐसी जानकारियां नहीं मांगते हैं. EPFO ने अपने सदस्यों से अपना UAN, पैन, पासवर्ड, बैंक अकाउंट डिटेल्स, ओटीपी, आधार और फाइनेंसियल डिटेल्स किसी से भी शेयर नहीं करने की सलाह दी है. साइबर अपराधी EPFO सदस्यों की पर्सनस डिटेल्स का इस्तेमाल अवैध तरीके से कर सकते हैं और सदस्यों को वित्तीय नुकसान भी झेलना पड़ सकता है.
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) एक रिटायर्मेंट प्लान है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) इसे मैनेज करता है. EPF स्कीम में कर्मचारी और उसकी कंपनी हर महीने बराबर की राशि का योगदान करते हैं. यह कर्मचारी की बेसिक सैलरी का 12 फीसदी होता है. सरकार ने इस वित्त वर्ष के लिए EPF में जमा राशि पर 8.1 फीसदी की ब्याज दर तय की है. सरकार ने बीते मार्च महीने में पीएफ अकाउंट में जमा पर ब्याज दर को 8.5 फीसदी से घटाकर 8.1 फीसदी कर दिया था. यह करीब 40 साल की सबसे कम ब्याज दर है. 1977-78 में EPFO ने 8 फीसदी की ब्याज दर तय की थी. लेकिन इसके बाद से लगातार यह 8.25 फीसदी या उससे अधिक रही.
किसी कर्मचारी की सैलरी पर 12 फीसदी की कटौती ईपीएफ अकाउंट के लिए होती है. एम्प्लॉयर की तरफ से एंप्लाई की सैलरी में की गई कटौती का 8.33 फीसदी ईपीएस कर्मचारी पेंशन योजना में, जबकि 3.67 फीसदी ईपीएफ में पहुंचता है.'