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स्नैपडील ने लिया ये बड़ा फैसला ई-कॉमर्स कंपनी अब नहीं बेचेगी महंगा सामान, जानिए

Shiddhant Shriwas
21 July 2021 8:03 AM GMT
स्नैपडील ने लिया ये बड़ा फैसला ई-कॉमर्स कंपनी अब नहीं बेचेगी महंगा सामान, जानिए
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वैल्यू ई-कॉमर्स सेगमेंट पर फोकस बढ़ाने के मकसद से ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील ने महंगे सामानों की बिक्री बंद करने का निर्णय लिया है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ऑनलाइन मार्केटप्लेस स्नैपडील का एक समय काफी नाम था. ये फ्लिपकार्ट और एमेजॉन जैसी कंपनियों को टक्कर देता था. हालांकि वक्त के साथ स्नैपडील इस रेस में पिछड़ गया. ऐसे में कंपनी के सीईओ ने एक बड़ा फैसला लिया है. जिसके तहत ई—कॉमर्स कंपनी ने महंगे आइटम्स की बिक्री बंद करने का मन बनाया है. इसकी जगह अब कंपनी वैल्यू ई-कॉमर्स सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित करेगी.

इस बारे में स्नैपडील के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुणाल बहल ने टीओआई को बताया, "पिछले कुछ वर्षों में, हमने मूल्य ई-कॉमर्स सेगमेंट पर बहुत तेजी से ध्यान केंद्रित किया है और हमारी रणनीति आगे भी इस सेगमेंट के लिए निर्माण करना है. हम उन ग्राहकों के बारे में बहुत स्पष्ट हैं जिन्हें हम सेवा दे रहे हैं और वे मुख्य रूप से 'मूल्य खरीदार' हैं. इसलिए हम बहुत महंगे आइटम या महंगे ब्रांड नहीं बेचेंगे."
छोटे शहरों और गांवों के लोगों को मिलेगा फायदा
स्नैपडील ने अपने संसाधनों का उपयोग क्षमताओं का निर्माण करने के लिए किया है जिससे दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए अपनी आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ाया जा सके. बहल ने कहा, "देश का एक बड़ा हिस्सा, विशेष रूप से बहुत छोटे शहरों और गांवों को अभी भी ई-कॉमर्स से घर-घर सेवा नहीं मिलती है. जब आप औसतन 200-400 रुपये की एक वस्तु बेच रहे हैं, जिसमें खरीदारों को कोई डिलीवरी शुल्क नहीं है, तो आपूर्ति श्रृंखला को इंजीनियर और अनुकूलित करना महत्वपूर्ण है." मालूम हो कि स्नैपडील ने वित्त वर्ष 2020 में 864 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 19 में 839 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक है.
महिलाओं के लिए की पहल
स्नैपडील ने देश में महिलाओं के नेतृत्व वाले छोटे और मध्यम व्यवसायों (एसएमबी) को उनके संचालन को डिजिटल बनाने और उन्हें ऑनलाइन लाने में मदद करने के लिए एक ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू किया है. इसके लिए उसने फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. भारत में इसके 17 क्षेत्रीय केंद्रों में फिक्की महिला सदस्यों, कारीगरों और गैर सरकारी संगठनों को सालभर ट्रेनिंग दी जाएगी. इसमें स्नैपडील ऑनलाइन प्रशिक्षण, कार्यशालाएं आयोजित करेगा और उन्हें ऑनलाइन बिक्री में शामिल करेगा.


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