स्नैपचैट ने घोषणा की है कि वह यूक्रेन के लिए अपने हीटमैप फीचर को अस्थायी रूप से बंद कर रहा है, इसलिए ऐप अब यह नहीं दिखाता है कि विशेष स्थानों पर कितने स्नैप लिए जा रहे हैं। द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने कहा कि यह कदम एक सुरक्षा एहतियात है और अभी भी यूक्रेनियन द्वारा प्रस्तुत स्नैप्स की एक क्यूरेटेड सार्वजनिक फीड होगी।
द वर्ज की रिपोर्ट के मुताबिक युद्ध के समय रूस यूक्रेन के आंदोलनकारी लोगों को ट्रैक कर रहा था। इसलिए इस सुविधा को बंद कर दिया गया है। अन्य कंपनियों ने यूक्रेनियन की गतिविधियों को ट्रैक करने वाले तरीकों को कठिन बनाने के लिए इसी तरह की कार्रवाई की है। Google ने यूक्रेन में लाइव ट्रैफ़िक जानकारी को बंद कर दिया है। ऐसा ही Apple ने किया था। स्नैप ने रूसी आक्रमण के बाद कुछ अतिरिक्त कार्रवाई भी की है। समाचार पोस्ट के अनुसार रूस, बेलारूस और यूक्रेन में विज्ञापन दिखाना बंद कर दिया गया है।
आम तौर पर स्नैप मैप यह दिखाने के लिए एक कलर कोड प्रदर्शित करता है कि कितने लोग एक क्षेत्र में सार्वजनिक फोटो पोस्ट कर रहे हैं। हालांकि यह सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटा आमतौर पर सार्थक नहीं है।
कई कंपनियों ने रूसी मीडिया को किया ब्लॉक
आपको बता दें कि अधिकांश बिग टेक प्लेटफॉर्म जैसे मेटा, ट्विटर, गूगल (और यूट्यूब) और माइक्रोसॉफ्ट ने यूक्रेन के आक्रमण के मद्देनजर रूसी राज्य मीडिया आउटलेट्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। रूस और यूक्रेन के युद्ध का दुष्प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ रहा है। यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस पर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। मेटा ने गलत सूचनाओं के प्रवाह को रोकने के लिए रूसी मीडिया पर कुछ प्रतिबंध लगाया था, लेकिन अब वैश्विक स्तर पर इसका विस्तार करते हुए मेटा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर रूसी सरकारी मीडिया आउटलेट आरटी और स्पुतनिक पर सख्त रुख अपनाया है।