सोने की वायदा कीमत में मामूली गिरावट, 68 हजार के करीब चांदी का दाम
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वैश्विक संकेतों को देखते हुए घरेलू बाजार में गुरुवार को सोने की कीमत में मामूली गिरावट आई। आज एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.09 फीसदी यानी 45 रुपये गिरकर 47,847 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी की बात करें, तो यह 0.25 फीसदी (171 रुपये) की गिरावट के साथ 67,430 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से 8353 रुपये नीचे है।
डेल्टा वैरिएंट के मामले फैलने से बढ़ती चिंताओं के बीच व्यापारी और निवेशक सतर्क हैं। पिछले सप्ताह भारत में भौतिक सोने की मांग कमजोर रही क्योंकि बढ़ती कीमतों से खुदरा खरीद प्रभावित हुई। असमान वैश्विक आर्थिक सुधार और डॉलर के मुकाबले रुपये में उतार-चढ़ाव से कीमती धातुओं की कीमत प्रभावित होती है। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अनुसार हाजिर बाजार में गुरुवार को उच्चतम शुद्धता वाला सोना 48,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिका, जबकि चांदी 68,241 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिकी।
वैश्विक बाजार में इतनी है कीमत
वैश्विक बाजारों में आज हाजिर सोना 0.1 फीसदी गिरकर 1,809.96 डॉलर प्रति औंस हो गया। अमेरिकी सोना वायदा 0.1 फीसदी गिरकर 1,812.80 डॉलर प्रति औंस हो गया। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 25.34 डॉलर प्रति औंस पर रही। पैलेडियम 0.1 फीसदी नीचे 2,644.58 डॉलर और प्लैटिनम 1,005.50 डॉलर पर रहा।
अप्रैल-जून तिमाही में 19 फीसदी बढ़ी भारत में सोने की मांग
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अप्रैल-जून तिमाही में भारत में सोने की मांग 19.2 फीसदी बढ़ी और यह 76.1 टन पर पहुंच गई। पिछले साल महामारी को रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई थीं। डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट '2021 की दूसरी तिमाही में सोने की मांग के रुझान' में कहा गया कि कैलेंडर वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में सोने की कुल मांग 63.8 टन थी। रिपोर्ट के मुताबिक, कीमत के लिहाज से भारत में सोने की मांग समीक्षाधीन अवधि में 23 फीसदी बढ़ी और यह 32,810 करोड़ रुपये हो गई। साल 2020 की समान अवधि में यह आंकड़ा 26,600 करोड़ रुपये था। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के चलते पिछली तिमाही के मुकाबले मांग में 46 फीसदी की गिरावट आई। मौजूदा साल की पहली छमाही में कुल मांग 157.6 टन रही।