x
पेट्रोल-डीजल की समस्या आम जनता का पीछा नहीं छोड़ रही. अब कई पेट्रोल पंप पर पेट्रोल की कीमत बढ़ गई है. पेट्रोल-डीजल बेचने वाली नीजी कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और सरकारी कंपनियों द्वारा लगभग दो महीने से खुदरा कीमतों में वृद्धि नहीं करने से घाटा उठाना पड़ रहा है.
ऐसे में ये कंपनिया ईंधन की सप्लाई में कटौती करने के साथ-साथ पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी बढ़ा रही हैं. इसके अलावा कई इंधन कंपनियां बीच के विकल्पों को तलाश रही है. दरअसल, इंधन कंपनी किसी भी कीमत पट अब घाटा सहने को तैयार नहीं है.
पेट्रोल की कीमत बढ़ा रही कंपनियां
ईटी में छपी खबर के अनुसार, कुछ राज्यों में कई सरकारी कंपनियों के पंपों के बाहर लंबी कतारें दिख रही हैं. इस बीच सरकार ने ऑपरेटरों को यूएसओ के तहत लाया. हालांकि, पंप ऑपरेटरों ने कहा कि इससे केवल पंपों को चालू रखने के लिए उनकी लागत जरूर बढ़ेगी, लेकिन कीमत अधिक होने से बिक्री कम होगी.
रिटेलर्स हो रहे परेशान
एक Jio-bp रिटेलर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, 'सरकार के इस कदम से बहुत कम मदद मिलती है. कंपनी ने डीजल की कीमत में 5 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत में 7 रुपये लीटर की बढ़ोतरी की है. अब ऐसे हालात में हमसे कौन पेट्रोल खरीदेगा. हमें कंपनी से जो कुछ भी ईंधन की आपूर्ति मिलती है, अब वह भी बेचा नहीं जा सकता है.'
जियो-बीपी और नायरा एनर्जी ने भेजे गए सवाली ईमेल का जवाब भी नहीं दिया. एक निजी फ्यूल मार्केटर के एक अन्य रिटेलर ने कहा, 'हमें अपने आउटलेट्स पर बैरिकेडिंग नहीं करने के लिए कहा गया है और कंपनी के अधिकारी चेक रखने के लिए हमारे आउटलेट्स का दौरा करेंगे." आपको बता दें कि नायरा रिटेलर्स राज्य के स्वामित्व वाले पंप 2 रुपये प्रति लीटर के प्रीमियम पर ईंधन बेच रहे हैं.
Next Story