x
नई दिल्ली: रिलायंस समूह के मुखिया अनिल अंबानी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, निखिल मर्चेंट की हेजल मर्केंटाइल-स्वान एनर्जी कंसोर्टियम ने अनिल अंबानी की दिवालिया शिपयार्ड कंपनी रिलायंस नवल एंड इंजीनियरिंग के लिए बोली जीत ली है। इसी के साथ कंपनी को बचाने के लिए अनिल अंबानी की कोशिशें नाकाम हो गई हैं।
2,700 करोड़ रुपये की बोली: बिजनेस टुडे की खबर के मुताबिक लगभग 95 प्रतिशत ऋणदाताओं ने निखिल मर्चेंट की कंपनी के पक्ष में मतदान दिया है। अब रिलायंस नवल के रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल जल्द ही विजयी बोली की मंजूरी के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) अहमदाबाद से संपर्क करेंगे। आपको बता दें कि हेजल मर्केंटाइल लिमिटेड और स्वान एनर्जी लिमिटेड के एक फर्म ने रिलायंस नवल के लिए लगभग 2,700 करोड़ रुपये की बोली लगाई है।
आपको बता दें कि रिलायंस नवल को बचाने के लिए अनिल अंबानी लगातार कोशिश कर रहे थे। इसी के तहत अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रा ने समाधान योजना दी थी। वहीं, निखिल मर्चेंट की कंपनी हेजल मर्केंटाइल को रिलायंस नवल की बोली में भाग लेने की पात्रता पर सवाल उठाते हुए टारपीडो की ओर रुख किया था।
हेजल मर्केंटाइल कंसोर्टियम को बोली के लिए अयोग्य घोषित करने की रिलायंस इंफ्रा की याचिका पर पिछले सोमवार को एनसीएलटी की अहमदाबाद पीठ ने सुनवाई की। अब अदालत मामले की अगली सुनवाई 30 मार्च को करेगी।
रिलायंस नवल का शेयर भाव: बीते गुरुवार के कारोबार में रिलायंस नवल का शेयर भाव 4.24 रुपए था, जो एक दिन पहले के मुकाबले 1.44 फीसदी की बढ़ोतरी है। बीते साल के जून महीने में रिलायंस नवल का शेयर भाव 7.15 रुपए के स्तर पर था, जो 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर है।
jantaserishta.com
Next Story