कर्मचारी राज्य बीमा निगम की सेवाएं देश के सभी 744 जिलों में होगा उपलब्ध
दिल्ली: कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) अपनी योजनाओं का दायरा बढ़ाने की तैयारी में है। निगम ने इस साल के अंत तक देश के सभी 744 जिलों में अपनी सेवाएं उपलब्ध करने का लक्ष्य रखा है। ईएसआईसी का दायरा बढ़ने से देश में सस्ती और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं तक अधिक से अधिक आबादी के लिए आसान हो सकती है। अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ रोजगार के मोर्चे पर तेजी से पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए से सितंबर 2017 से अगस्त 2022 के बीच 5.81 करोड़ नए अंशधारक जुड़े हैं। इन अंशधारकों को बीमा के जरिये स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी ईएसआईसी की होती है। यही वजह है कि नए अंशधारकों की संख्या में तेज इजाफा को देखते हुए ईएसआईसी देशभर में अपनी पहुंच बढ़ाना चाहती है। मौजूदा समय में 443 जिलों में एसएसआईसी पूर्ण सुविधा दे रही है। जबकि 148 जिलों में इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा। जबकि अन्य जिलों में आशिंक लाभ मिल पा रहा है।
क्या है ईएसआईसी: कर्मचारी राज्य बीमा निगम केंद्र सरकार का निकाय है जो कर्मचारियों के समाजिक और आर्थिक सुरक्षा के लिए योजनाओं का संचालन करता है। जिस संस्था में 10 से 20 कर्मचारी या ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, वहां ईएसआईसी योजनालागू होती है और यह केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन चलाई जाती है। इस समय ईएसआईसी के 154 अस्पताल कार्यरत हैं। इसके अलावा 1570 डिस्पेंसरी काम कर रही हैं और 76 डिस्पेंसरी-सह-शाखा कार्यालय हैं।
क्या है इस योजना का लाभ: ईएसआईसी योजना, एक बहुआयामी सामाजिक सुरक्षा प्रणाली है, जो इस योजना के तहत शामिल श्रमिक आबादी और उनके आश्रितों को सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैयार की गई है। स्वयं और आश्रितों के लिए पूर्ण चिकित्सा देखभाल के अलावा, जो कि बीमा योग्य रोजगार के पहले दिन से स्वीकार्य है, बीमित व्यक्ति बीमारी, अस्थायी या स्थायी अक्षमता आदि के कारण शारीरिक संकट के समय में विभिन्न प्रकार के नकद लाभों के भी हकदार हैं।
आपके वेतन से कटती है छोटी राशि: ईएसआईसी में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों का योगदान होता है। योगदान राशि में समय-समय पर बदलाव होता रहता है। मौजूदा समय में कर्मचारी के वेतन से 0.75 फीसदी योगदान ईएसआईसी में होता है और नियोक्ता की ओर से 3.25 फीसदी योगदान किया जाता है।