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अब तक के सबसे ऊंचे रिकॉर्ड पर Sensex

Apurva Srivastav
21 Jun 2023 5:38 PM GMT
अब तक के सबसे ऊंचे रिकॉर्ड पर Sensex
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ग्लोबल अनिश्चितताओं और दुनिया के बड़े-बड़े देशों में जारी बैंकिंग संकट के बीच भी भारत में हालात काफी स्थिर बने हुए हैं और इस मुश्किल समय में भी भारतीय इकॉनमी की वृद्धि जारी है. इसी बीच भारतीय शेयर बाजार से काफी अच्छी खबर सामने आ रही है और मार्केट के लिए भी यह काफी अच्छा संकेत होगा.
मार्केट में छाई खुशी
भारत के मशहूर स्टॉक इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) ने आज अब तक का अपने सबसे ऊंचा रिकॉर्ड स्तर प्राप्त कर लिया है और साथ ही Nifty 50 भी आज एक रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ है जिसकी वजह से मार्केट में काफी उत्साह और खुशी देखने को मिल रही है. भारत की विकास दर काफी मजबूत रहने की आशंका है जिसकी वजह से भारतीय इक्विटी में लगातार विदेशी मुद्रा का प्रवेश हो रहा है और Sensex और Nifty के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के पीछे इसे ही प्रमुख वजह माना जा रहा है.
रिकॉर्ड स्तर पर सेंसेक्स
BSE (Bombay Stock Exchange) के S&P (स्टैण्डर्ड एंड पूअर्स) इंडेक्स सेंसेक्स ने आज 63,588 अंकों का स्तर प्राप्त कर लिया जो इस इंडेक्स का अब तक का सबसे ऊंचा रिकॉर्ड है. इस रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद Sensex में हल्की गिरावट भी देखने को मिली जिसके बाद यह 63,523.15 अंकों पर बंद हुआ. इस साल की शुरुआत से लेकर अभी तक सेंसेक्स में 4% की वृद्धि देखने को मिली है लेकिन इस वृद्धि के बावजूद भी सेंसेक्स जापान, ताइवान, दक्षिणी कोरिया, वियतनाम, और श्रीलंका जैसे देशों से काफी पीछे है.
Nifty 50 भी रिकॉर्ड पर
इस साल नए रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने वाला किसी भी देश का पहला इंडेक्स सेंसेक्स है. Nifty में भी आज 0.21% की वृद्धि देखने को मिली जिसके बाद यह 18,856.85 अंकों के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ. YES सिक्योरिटीज में संस्थागत इक्विटी के अध्यक्ष अमर अंबानी ने कहा कि ‘लगभग 8 महीनों के कुल समय के बाद सेंसेक्स अपने अब तक के सबसे ऊंचे रिकॉर्ड पर पहुंचा है. अगर मानसून खेल खराब न करे तो भारतीय इक्विटी के लिए यह साल काफी फायदेमंद साबित होगा.
विदेशी इन्वेस्टर्स का योगदान
इस वित्त वर्ष के दौरान अब तक विदेशी इन्वेस्टर्स द्वारा लगभग 8.99 बिलियन डॉलर्स यानी 738.12 बिलियन रूपए भारतीय मार्केट में इन्वेस्ट किए जा चुके हैं. पिछले दो सालों के दौरान विदेशी इन्वेस्टर्स ही नेट विक्रेता थे और वित्त वर्ष 2022 में 1400.10 बिलियन रुपयों का रिकॉर्ड आउटफ्लो दर्ज किया था. मार्च क्वार्टर के दौरान भारत के इकॉनोमिक विकास में काफी तेजी देखने को मिली थी. अब इन्फ्लेशन की रफ्तार में काफी कमी देखने को मिली है जिससे पता चलता है कि देश की इकॉनमी सबसे तेजी से विकास करती इकॉनोमी में से एक है.
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