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ओएनजीसी की 40 फीसदी हिस्सेदारी से भी बड़ी हिस्सेदार हो जायेगी. ओएनजीसी की रावा तेल में 40 फीसदी हिस्सेदारी है.
बाजार नियामक सेबी (Sebi) ने वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लि. (Videocon Industries Ltd) के तीन प्रमोटर्स समेत 11 कंपनियों पर जुर्माना लगाया है. यह जुर्माना कंपनी के शेयरों से संबंधित हाजिर लेनदेन को लेकर बाजार नियमों के उल्लंघन करने पर लगाया गया है. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi)) ने कहा कि वीडियोकॉन (Videocon) के तीन प्रमोटर्स पर 1-1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है.
इलेक्ट्रोपार्ट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (Electroparts (India) Pvt Ltd), वीडियोकॉन रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लि. (Videocon Realty And Infrastructures Ltd ) और रोशी एप्लायंसेज प्राइवेट लि.(Roshi Appliances Pvt Ltd) तथा एक अन्य कंपनी पी-स्क्वायर फाइनेंशियल कंसल्टेंसी प्राइवेट लि. (P-Square Financial Consultancy Pvt Ltd) पर भी एक-एक लाख जुर्माना लगाया गया है.
इन 7 कंपनियों पर भी लगा जुर्माना
सेबी ने 6 अगस्त को जारी अपने आदेश में बताया कि इसके अलावा 7 कंपनियों एक्यूइटी मर्चेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, कोस्टल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, रिचहोल्ड प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड, काबेरी गुड्स प्राइवेट लिमिटेड, इनवोरेक्स विनकॉम प्राइवेट लिमिटेड, आकांक्षा कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड और गोदावरी कमर्शियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पर भी 1-1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है.
बता दें कि वीडियोकॉन समूह (Videocon Group) के पूर्व प्रमोटर वेणुगोपाल धूत (Venugopal Dhoot) ने समूह के लिए अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) की ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज (Twin Star Technologies) की अधिग्रहण बोली के खिलाफ एनसीएलएटी (NCLAT) का रुख किया है. इससे पहले राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) ने कर्ज में डूबे वीडियोकॉन समूह की 13 कंपनियों के लिए अनिल अग्रवाल की ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज द्वारा 2,962 करोड़ रुपए की अधिग्रहण बोली को मंजूरी दी थी.
वीडियोकॉन पर 63,500 करोड़ रुपए का कर्ज
कंपनी की वेबसाइट पर दिवालियापन मामले से संबंधित खुलासे के मुताबिक, 2019 में वीडियोकॉन का कर्ज 63,500 करोड़ रुपए से अधिक था. इसमें से, 57,400 करोड़ रुपए तीन दर्जन से अधिक बैंकों और अन्य वित्तीय लेनदारों पर बकाया था. वीडियोकॉन पर देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई (SBI) का 10,944 करोड़ रुपए, आईडीबीआई बैंक 9,504 करोड़ रुपए, सेंट्रल बैंक 4,969 करोड़ रुपए, ICICI बैंक 3,295 करोड़ रुपए और यूनियन बैंक का 2,515 करोड़ रुपए का बकाया है.
वेदांता की रावा तेल क्षेत्र में 25 फीसदी हिस्सेदरी होने की वजह से उसने वीडियोकोन ग्रुप की कंपनियों में रुचि दिखाई है. इस अधिग्रहण के बाद वेदांता की रावा तेल क्षेत्र में 47.5 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी. इसके साथ वह ओएनजीसी की 40 फीसदी हिस्सेदारी से भी बड़ी हिस्सेदार हो जायेगी. ओएनजीसी की रावा तेल में 40 फीसदी हिस्सेदारी है.
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