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एसबीआई ने ATM से 10000 से ज्यादा कैश निकालने के बदले नियम

Bhumika Sahu
1 Dec 2021 5:35 AM GMT
एसबीआई ने ATM से 10000 से ज्यादा कैश निकालने के बदले नियम
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यह सुविधा वहां लागू नहीं होगी, जहां स्टेट बैंक कार्ड धारक दूसरे बैंक के एटीएम से नकदी निकालता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह काम अभी एसबीआई के अनुसार नेशनल फाइनेंशियल स्वीच (NFS) में शुरू नहीं किया गया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने कैश ट्रांजेक्शन को लेकर महत्वपूर्ण नियम बताया है. यह उन लोगों के लिए है जो 10 हजार रुपये से ज्यादा का कैश एटीएम से निकाल रहे हैं. इस नियम के तहत अगर आप 10 हजार से अधिक की राशि निकाल रहे हैं तो इसके लिए ओटीपी का सहारा लेना होगा. ओटीपी सुरक्षित होता है और इसमें फ्रॉड की गुंजाइश कम होती है, इसलिए ओटीपी बेस्ट विड्रॉल को तरजीह दी जा रही है.

दरअसल, बैकों के ट्रांजेक्शन में दिनोंदिन बढ़ते फ्रॉड को मामले को देखते हुए इस तरह के सुरक्षा के कदम उठाए जा रहे हैं. स्टेट बैंक के ग्राहक बहुतायत में है जिन्हें इस ओटीपी सुविधा का लाभ मिल सकेगा. स्टेट बैंक समय-समय पर अपने ग्राहकों के लिए इस तरह की सर्विस का ऐलान करता है ताकि उनके लेनदेन को सुरक्षित और आसान बनाया जा सके. ओटीपी के जरिये पैसे की निकासी भी उसका एक हिस्सा है. इसके लिए बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर आपके साथ होना चाहिए जिस पर ओटीपी आएगा. उसी ओटीपी के माध्यम से पैसे की निकासी कर सकेंगे.
क्या है नया नियम
एटीएम से कैश निकासी को वेरिफाई करने या ऑथेंटिकेट करने के लिए यह नियम बनाया गया है. इससे ग्राहकों के पैसे की सुरक्षा बढ़ जाती है और गलत हाथों में पैसे जाने से बच जाते हैं. ध्यान रखना है कि ओटीपी आधारित कैश का ट्रांजेक्शन केवल 10 हजार से ऊपर की राशि के लिए है. उससे कम रकम निकालते हैं तो एटीएम में ओटीपी दर्ज करने की जरूरत नहीं होगी.
SBI सोशल मीडिया पर अपने ग्राहकों को धोखेबाजों से बचाने के लिए अपने सभी पहलों के बारे में याद दिलाता रहा है. पिछले हफ्ते अपने हालिया ट्वीट में, एसबीआई ने कहा, "एसबीआई एटीएम पर लेनदेन के लिए हमारी ओटीपी आधारित नकद निकासी प्रणाली धोखेबाजों के खिलाफ टीकाकरण (वैक्सीनेशन) है. आपको धोखाधड़ी से बचाना हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी."
फर्जी या अनधिकृत लेनदेन की संख्या को कम करने के लिए 2020 में ओटीपी आधारित एटीएम लेनदेन शुरू किया गया था. अपनी ओटीपी-आधारित नकद निकासी सुविधा की शुरुआत के साथ, भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी एटीएम सेवा के माध्यम से कैश विड्रॉल के लिए सुरक्षा की एक और कड़ी जोड़ दी है. बैंक में रजिस्टर्ड ग्राहक के मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त होगा. वेरिफिकेशन का यह अतिरिक्त फैक्टर स्टेट बैंक के कार्डहोल्डर को किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा फर्जी एटीएम नकद निकासी करने से बचाता है. जिस ग्राहक के फोन पर ओटीपी आएगा, वही एटीएम से पैसा निकाल सकेगा. इससे फर्जीवाड़े की संभावना खत्म होगी.
कौन ले सकता है सुविधा का लाभ
यह सुविधा वहां लागू नहीं होगी, जहां स्टेट बैंक कार्ड धारक दूसरे बैंक के एटीएम से नकदी निकालता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह काम अभी एसबीआई के अनुसार नेशनल फाइनेंशियल स्वीच (NFS) में शुरू नहीं किया गया है. एनएफएस देश में सबसे बड़ा इंटरऑपरेबल एटीएम नेटवर्क है और यह घरेलू इंटरबैंक एटीएम लेनदेन के 95 प्रतिशत से अधिक का प्रबंधन करता है.
कैसे निकालेंग पैसे
एक बार जब कार्डधारक वह राशि दर्ज कर लेता है जो वह निकालना चाहता है, तो एटीएम स्क्रीन ओटीपी विंडो दिखाती है. लेनदेन को पूरा करने के लिए ग्राहक को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करना होगा.


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