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बैंकों को यह अहसास है कि डिजिटल परिवर्तन के मद्देनजर तेजी से बदलते पारिस्थितिकी तंत्र के साथ तालमेल बिठाना जरूरी है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि डिजिटलीकरण और नई प्रौद्योगिकियां बैंकिंग क्षेत्र में अभूतपूर्व व्यवधान पैदा कर रही हैं और इस दौरान ग्राहकों की बढ़ती अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए बैंक को अधिक मुस्तैद होने की जरूरत है.
तेजी से हो रहा बदलाव
उन्होंने कहा कि बैंकों ने डिजिटल क्रांति को अपनाने से उनकी लागत कम हुई है और उनके द्वारा दी जाने वाली सेवाओं का विस्तार हुआ है. खारा ने डन एंड ब्रैडस्ट्रीट के एक कार्यक्रम में कहा, 'डिजिटल नवाचार उद्योगों को फिर से परिभाषित कर रहा है और व्यवसायों के काम करने के तरीके को बदल रहा है. डिजिटलीकरण और नयी प्रौद्योगिकी बैंकिंग क्षेत्र में अभूतपूर्व व्यवधान पैदा कर रही हैं और परिवर्तन की दर तेज हो रही है.'
बैंकों को चुस्त और फुर्तीला होना चाहिए
उन्होंने कहा कि आज डिजिटलीकरण और डिजिटल नवाचार बैंकिंग उद्योग के लिए रणनीतिक प्राथमिकता बन गए हैं. उन्होंने कहा, 'बैंकों को चुस्त और फुर्तीला होना चाहिए, क्योंकि प्रौद्योगिकी से ग्राहकों की अपेक्षाएं बढ़ती हैं और तकनीकी प्रगति के साथ तालमेल रखने के लिए नियामक परिदृश्य भी तेजी से विकसित होता है.' खारा के मुताबिक, बैंकों को यह अहसास है कि डिजिटल परिवर्तन के मद्देनजर तेजी से बदलते पारिस्थितिकी तंत्र के साथ तालमेल बिठाना जरूरी है.
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