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फ्लिपकार्ट-अमेजन पर सेल, शॉपिंग करते वक्त बचें इन 4 चीजों से, ऑफर्स से रहें सावधान

Shiddhant Shriwas
2 Oct 2021 4:49 AM GMT
फ्लिपकार्ट-अमेजन पर सेल, शॉपिंग करते वक्त बचें इन 4 चीजों से, ऑफर्स से रहें सावधान
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3 अक्टूबर से देश की प्रमुख ई-कॉमर्स वेबसाइट्स, फ्लिपकार्ट और अमेजन अपनी-अपनी वार्षिक सेल शुरू करने जा रही हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 3 अक्टूबर से देश की प्रमुख ई-कॉमर्स वेबसाइट्स, फ्लिपकार्ट और अमेजन अपनी-अपनी वार्षिक सेल शुरू करने जा रही हैं. फ्लिपकार्ट की बिग बिलियन डेज सेल और अमेजन की फ्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल में आपको ढेरों ऑफर्स और तमाम प्रोडक्ट्स पर छूट मिलेगी जिसके लिए आप काफी उत्सुक भी हैं. लेकिन साथ-साथ, कुछ ऐसी बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है जिससे आपको कोई नुकसान या ठगी का सामना न करना पड़े. आइए हम कुछ ऐसी बातों के बारे में आपको बताते हैं जिनका आपको ऑनलाइन शॉपिंग करते समय ध्यान रखना चाहिए.

कैशबैक से रहें सावधान

आपने देखा होगा कि कई सारी डील्स में आपको कैशबैक के अवसर मिलते होंगे. सेल के दौरान अधिकांश प्रोडक्ट्स पर छूट के साथ-साथ कैशबैक का मौका दिया जाता है. ध्यान रहे कि यह कैशबैक का मौका आम तौर पर पैसे कमाने की स्कीम होती है. इस तरह रीटेलर्स आपको कैशबैक का झांसा देकर आपसे आपके बजट के बाहर का प्रोडक्ट खरीदवा देते हैं और नाम का कैशबैक दे देते हैं.

MRP का महत्व

माना कि इस तरह की सेल में आपको 70-80% तक की छूट दी जाती है लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आप प्रोडक्ट की एमआरपी को नजरंदाज कर दें. कई बार छूट और कॉस्ट के बीच का मार्जिन बहुत ज्यादा नहीं होता लेकिन एमआरपी इस तरह से गलत लिखी जाती है ताकी आपको छूट का आंकड़ा बड़ा लगे. इसलिए, किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले कई साइट्स सेप्रोडक्ट के एमारपी को चेक करना न भूलें.

प्रोडक्ट का रिव्यू जांच लें

हाल ही में एक खबर आई थी जिसमें अमेजन ने कितनी सारे चीनी कंपनियों को अपनी शॉपिंग वेबसाइट से इसलिए बैन किया था क्योंकि वे लोगों से अपने प्रोडक्ट्स के लिए झूठे रिव्यूज लिखवा रही थीं. इससे हम आपको केवल यह बताना चाह रहे हैं कि अगर आप किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसके रिव्यूज को चेक करते हैं, तो उससे पहले ये भी देख लें कि ये रिव्यूज सच्चे भी हैं या नहीं. साथ ही, प्रोडक्ट की गारंटी और वॉरन्टी के बारे में भी सारी जानकारी जरूर लें.

नो-कॉस्ट EMI की सच्चाई

आपने देखा होगा कि कई सारे ऑफर्स में आपको नो-कॉस्ट ईएमआई का भी ऑप्शन दिया जा रहा होगा। एनालिस्ट्स का मानना है कि नो-कॉस्ट ईएमआई केवल मार्केटिंग का एक तरीका है जिसमें कंपनी और बैंक पहले से ही मिले होते हैं. उनके हिसाब से नो-कॉस्ट ईएमआई के नाम पर प्रोडक्ट की कीमत को बढ़ दिया जाता है और फिर बैंक का ब्याज चुकाया जाता है. यहां फिर से, प्रोडक्ट की असली कीमत का ध्यान रखने की बात सामने आती है.

यह कुछ ऐसी आसान बातें थीं जिनका आप ऑनलाइन शॉपिंग करते समय ध्यान रख सकते हैं. सेल में आपको कमाल के ऑफर्स जरूर मिलेंगे लेकिन इस बात का भी ध्यान रखिएगा कि आप इन ऑफर्स के मोह में बहकर अपना ही नुकसान न करा लें.

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