जनता से रिश्ता वेबडेस्क | Car Prices In Neighbouring Countries: भारत में कई ऑटो निर्माता कंपनियां अपने वाहन नेपाल सहित अन्य पड़ोसी देशों में निर्यात करती हैं, लेकिन पड़ोसी देशों में इन कारों पर भारी टैक्स लगाया जाता है. ये टैक्स लगने के बाद इन कारों की कीमत भारत के मुकाबले करीब 3 गुना तक हो जाती है. भारत में बिकने वाली कई सारी कारें पाकिस्तान में भी बेची जाती हैं, लेकिन इन वाहनों का वहां जो कीमत हैं वो आपको चौंका देंगी. उदाहरण के लिए टाटा सफारी को ही ले लीजिए, भारत में इस एसयूवी की एक्सशोरूम कीमत 15.25 लाख रुपये से लेकर 23.46 लाख रुपये तक है. नेपाल में इस कार की कीमत 63.56 लाख रुपये है जो यहां की तुलना में करीब 2.7 गुना ज्यादा है.
नेपाल में सफारी की कीमत 1 करोड़ तक
नेपाल में 6 और 7-सीटर टाटा सफारी की एक्सशोरूम कीमत 83.49 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक जाती है. भारतीय मार्केट में जहां किआ सॉनेट की एक्सशोरूम कीमत 7.15 लाख रुपये से शुरू होती है, वहीं नेपाल में इस कार की कीमत 36.90 लाख नेपाली रुपये से शुरू होती है जो भारतीय करंसी में करीब 23.10 लाख रुपये होती है. बता दें कि नेपाल में महंगे वाहनों पर सरकार 298 फीसदी टैक्स वसूल करती है.
पाकिस्तान में वैगनआर की कीमत 20.84 लाख से शुरू
पाकिस्तानी ऑटोमोबाइल जगत पर नजर डालें तो वहां के मार्केट में सुजुकी कई सारी कारें बेचती है जो भारत में भी उपलब्ध कराई जाती हैं, इनमें ऑटो, वैगनआर और स्विफ्ट शामिल हैं. पाकिस्तान में ऑल्टो की कीमत 14.75 लाख पाकिस्तानी रुपये से शुरू होती है जो भारतीय करंसी में 6 लाख रुपये होती है. इसी तर्ज पर वैगनआर की पाकिस्तान में शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 20.84 लाख पाकिस्तानी रुपये है जो भारतीय मुद्रा में करीब 8.47 लाख रुपये होती है. इसके अलावा पाकिस्तान में बिकने वाली वैगनआर इस हैचबैक की पिछली जनरेशन है, जबकि भारत में कार की नई जनरेशन करीब 3 साल से बेची जा रही है.
27.74 लाख रुपये की बिकती है स्विफ्ट
सुजुकी स्विफ्टी की बात करें तो पाकिस्तान में इस हैचबैक के बेस वेरिएंट की एक्सशोरूम कीमत 27.74 लाख पाकिस्तानी रुपये है जो भारतीय करंसी में करीब 11.28 लाख रुपये होती है. भारत में मारुति सुजुकी ऑल्टो की एक्सशोरूम कीमत सिर्फ 3.39 लाख रुपये, वहीं मारुति सुजुकी वैगनआर और स्विफ्ट की भारत में शुरुआती एक्सशोरूम कीमत क्रमशः 5.47 लाख और 5.92 लाख रुपये है. इससे ये साफ हो जाता है कि भारत में बिकने वाली इन कारों की कीमत के दुगने दाम पर पड़ोसी देश ग्राहकों से वसूल कर रहे हैं.