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रूस के सेंट्रल बैंक ने कहा कि वह क्रिप्टोकरेंसी पर लगाएगा बैन

Teja
23 Jan 2022 6:47 AM GMT
रूस के सेंट्रल बैंक ने कहा कि वह क्रिप्टोकरेंसी पर लगाएगा बैन
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एक महीने के भीतर यह दूसरा मौका है जब क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में भारी गिरावट दर्ज की गई है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | एक महीने के भीतर यह दूसरा मौका है जब क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में भारी गिरावट दर्ज की गई है. रूस के सेंट्रल बैंक ने कहा कि वह क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग और यूज पर बैन लगाएगा. इस खबर के सामने आने के बाद से क्रिप्टोकरेंसीज में गिरावट देखी जा रही है. इसके अलावा दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों की तरफ से टाइट मॉनिटरी पॉलिसी अपनाई जा रही है जिसके कारण क्रिप्टो बाजार पर दबाव बढ़ा है. सेंट्रल बैंक्स मॉनिटरी पॉलिसी को इसलिए टाइट कर रहे हैं, क्योंकि महंगाई तेजी से बढ़ रही है. सुबह के 10.15 बजे बिटक्वॉइन 35200 डॉलर के स्तर पर ट्रेड कर रहा था. उसी तरह इथीरियम 2440 डॉलर, Tether 1 डॉलर और XRP 0.60 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था.

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसीज में आई इस गिरावट के कारण मार्केट वैल्यु में 1 ट्रिलियन डॉलर की कमी आई है. क्रिप्टो क्रैश के कारण इसके निवेशक घबरा रहे हैं. जिन लोगों ने 2021 में इसमें निवेश किया उनका पोर्टफोलियो इस समय लाल निशान में है. भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कमाई के शॉर्टकट के रूप में देखा जाता है. ऐसे में निवेशकों की उम्मीदें बहुत ज्यादा होती हैं. इस गिरावट के कारण उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. हालांकि, क्रिप्टो बाजार के पुराने निवेशक और बाजार के जानकार निवेशकों को चिंता नहीं करने की अपील कर रहे हैं. उनका कहना है कि क्रिप्टोकरेंसीज में इस तरह की गिरावट नई बात नहीं है.
निवेशकों के लिए यह मौका
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट में BuyUcoin के सीईओ शिवम ठकराल ने कहा कि निवेशकों के लिए कमाई का शानदार मौका है. बिटक्वॉइन ने कई बार 30 हजार डॉलर के स्तर को छुआ है. यह एक मनोवैज्ञानिक स्तर है. इस स्तर पर पहुंचने के बाद बिटक्वॉइन समेत दूसरी डिजिटल करेंसीज में तेजी देखी जाती है.
बिटक्वॉइन के लिए 30 हजार का स्तर महत्वपूर्ण
साल 2021 में बिटक्वॉइन ने दो बार 60 हजार का स्तर छुआ. बिटक्वॉइन के लिए 30 हजार डॉलर का स्तर काफी महत्वपूर्ण है. इस स्तर पर इसे मजबूत सपोर्ट मिला हुआ है. इंडियन इन्वेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज में करीब 5.3 बिलियन डॉलर का भारी भरकम निवेश किया है. साल 2022 क्रिप्टोकरेंसी के लिए अहम रहने वाला है. रिजर्व बैंक इसके खिलाफ है. उसका कहना है कि यह फाइनेंशियल सिस्टम को नुकसान पहुंचाने वाला है. इधर अपने देश में क्रिप्टोकरेंसी को रेग्युलेट करने की तैयारी की जा रही है. माना जा रहा है कि बजट सेशन में सरकार क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेशन बिल पेश कर सकती है.


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