मास्को। रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोसमोस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) यूरी बोरिसोव ने कहा कि देश 2030 तक अपने कक्षीय समूह को 360 उपग्रहों तक बढ़ाने में सक्षम होगा, लेकिन इसके लिए हमें उत्पादन में बढाना होगा। श्री बोरिसोव ने यह जानकारी रूसी समाचार एजेंसी स्पूतनिक को दी है।
श्री बोरिसोव ने कहा कि यदि हम इसमें कुछ बदलाव नहीं करते हैं तो हमारे पास 2030 तक लगभग 360 उपग्रहों का एक समूह होगा, जो कि आज के 190 की तुलना में बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा लेकिन हम अंतरिक्ष सेवाओं के वैश्विक बाजार में आज के 3.5 प्रतिशत की तुलना में घटकर 0.5 प्रतिशत पर पहुंच जाएंगे। भारत, जो आज वास्तव में रूस से बहुत पीछे है, लेकिन वह उपग्रहों की संख्या में हमसे पांच गुना आगे निकल जाएगा। उन्होंने इसके बारे में अमेरिका, यूरोप और चीन का कोई उल्लेख नहीं किया।
श्री बोरिसोव ने कहा कि रूस एक साल में 42 उपग्रहों का उत्पादन कर सकता है, जबकि अमेरिका 1,000 उपग्रहों का उत्पादन करता है और चीन 450 उपग्रहों का उत्पादन करता है। रूस उपग्रह उत्पादन के औद्योगिक मॉडल में पारगमन से चूक गया है।
अंतरिक्ष एजेंसी के सीईओ ने कहा कि आज उत्पादन को बढ़ाने की आवश्यकता है जिससे हम 2025 तक प्रति वर्ष 250 उपग्रहों और 2030 तक एक दिन में एक उपग्रह तक पहुंच सकें। श्री बोरिसोव ने कहा कि 2030 तक रूस के कक्षीय समूह में कम से कम 1000-1200 उपग्रह शामिल होने चाहिए।