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22,842 करोड़ रुपये का घोटाला, बीजेपी ने कांग्रेस पर किया पलटवार
jantaserishta.com
17 Feb 2022 4:07 AM GMT
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नई दिल्ली: एबीजी शिपयार्ड (ABG Shipyard) से जुड़े बैंक धोखाधड़ी मामले को लेकर बीजेपी (BJP) ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने कहा है कि यह घोटाला उस समय हुआ जब UPA सत्ता में था. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने अपराध का पता लगाया और उस पर कार्रवाई की है. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस को एबीजी शिपयार्ड घोटाले में अपनी संलिप्तता स्पष्ट करनी चाहिए. उन्होंने कहा कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार में सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी बताकर खुद ही पार्टी का पर्दाफाश किया है.
सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि यह कांग्रेस के कार्यकाल में हुए घोटालों की सूची में एक और मामला है. उन्होंने कहा कांग्रेस को बताना चाहिए कि इस सबसे बड़े घोटाले में उसकी क्या भूमिका थी. ऐसा माना जाता है कि कंपनी के प्रवर्तकों के कांग्रेस अध्यक्ष के पूर्व राजनीतिक सलाहकार के साथ करीबी संबंध थे. उन्होंने ने सीबीआई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 22,000 करोड़ रुपये का घोटाला 2012 में शुरू हुआ था. मार्च 2014 में यूपीए सरकार के अंतिम दिनों में कंपनी के कर्ज का पुनर्गठन किया गया था. एक ऑडिट रिपोर्ट में 2016 में गड़बड़ियों का खुलासा हुआ है. बीजेपी सरकार ने इस मामले में कार्रवाई की है.
आपको बता दें कि देश के सबसे बड़े बैंक धोखाधड़ी के मामले में ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. ईडी ने एबीजी शिपयार्ड के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर लिया है. सीबीआई ने पहले ही कंपनी और उसके अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने अपनी करीब 100 सहयोगी कंपनियों में रकम को लगाया है, जिसका पता लगाने के लिये जांच की जा रही है.
बैंकों के संघ ने सबसे पहले आठ नवंबर 2019 को शिकायत दर्ज कराई थी, जिस पर सीबीआई ने 12 मार्च 2020 को स्पष्टीकरण मांगा था. बैंकों के संघ ने 2019 के अगस्त में एक नई शिकायत दर्ज की और डेढ़ साल से अधिक समय तक जांच करने के बाद सीबीआई ने इस पर कार्रवाई की. सीबीआई केअधिकारी ने बताया कि फॉरेंसिक ऑडिट से पता चला है कि साल 2012-17 के बीच आरोपियों ने कथित रूप से मिलीभगत की और अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया, जिसमें धन का दुरुपयोग और आपराधिक विश्वासघात शामिल है. यह सीबीआई द्वारा दर्ज सबसे बड़ा बैंक धोखाधड़ी का मामला है.
वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है एबीजी शिपयार्ड का खाता पिछली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में एनपीए हुआ था और बैंकों ने औसत से कम समय में इसे पकड़ा है. अब इस मामले में कार्रवाई चल रही है. यह मामला भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के एक संघ से कथित रूप से 22,842 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी से जुड़ा है. जिसकी जांच सीबीआई और ईडी कर रही है.
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