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इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा- भारतीय यूजर्स के लिए बढ़ा साइबर अटैक का खतरा

Gulabi
2 Aug 2021 4:50 PM GMT
इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा- भारतीय यूजर्स के लिए बढ़ा साइबर अटैक का खतरा
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भारतीय यूजर्स के लिए साइबर खतरे बढ़ते ही जा रहे हैं, इस बात की पुष्टि एक हालिया रिपोर्ट से होती है

भारतीय यूजर्स के लिए साइबर खतरे बढ़ते ही जा रहे हैं, इस बात की पुष्टि एक हालिया रिपोर्ट से होती है. डिजिटल सिक्योरिटी और प्राइवेसी प्रोवाइडर अवास्ट (Avast) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग एक तिहाई (28.22 प्रतिशत) घरेलू पीसी (पर्सनल कंप्यूटर) यूजर्स को साइबर अटैक्स (Cyber Attacks) का सबसे बड़ा जोखिम है. अवास्ट की लेटेस्ट ग्लोबल पीसी रिस्क रिपोर्ट में यूजर्स द्वारा बड़े खतरों का सामना करने की संभावना पर भी ध्यान दिया गया है.


अधिक रिफाइन्ड या पहले कभी नहीं देखे गए खतरों के रूप में डिफाइंड, सिक्योरिटी सॉ़फ्टवेयर में शामिल नार्मल सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी (Security Technology) को बायपास करने के लिए डिजाइन किया गया है जैसे कि सिग्नेचर, गेस, एमिएटर्स, यूआरएल फिल्टरिंग और ईमेल स्कैनिंग शामिल है. इस प्रकार के खतरों के लिए, भारतीय घरेलू यूजर्स का जोखिम अनुपात 5.78 प्रतिशत है, जो ग्लोबल रेशियो से अधिक है.


PC मैलवेयर की 29.39 प्रतिशत संभावना
दुनिया भर के घरेलू यूजर्स के पास किसी भी प्रकार के पीसी मैलवेयर का सामना करने की 29.39 प्रतिशत संभावना है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 5 प्रतिशत की वृद्धि दशार्ता है. कुछ समय पहले, एशिया, अफ्रीका और पूर्वी यूरोप जैसे अधिक संघर्षपूर्ण सामाजिक-राजनीतिक स्थितियों वाले फिजिकल एरिया को ऑनलाइन दुनिया में भी अधिक जोखिम का सामना करना पड़ रहा है.

दुनिया भर में बढ़ रहे हैं मैलवेयर अटैक
अवास्ट में थ्रेट इंटेलिजेंस के डायरेक्टर मिशल सलात ने एक बयान में कहा, सभी मैलवेयर अटैक्स के लिए दुनिया भर में जोखिम अनुपात बढ़ गया है और हम देख सकते हैं कि भारत कोई अपवाद नहीं है. महामारी में, इंटरनेट कई लोगों के लिए एक जीवन रक्षक रहा है, जिससे उन्हें करीबियों के साथ जुड़े रहने के लिए सशक्त बनाया गया है.

इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ने से साइबर क्रिमिनल्स उठा रहे फायदा
मिशल सलात ने कहा, साइबर क्रिमिनल्स ने इसका पूरा लाभ उठाने पर ध्यान दिया है और इसलिए हमने विभिन्न प्रकार के कैंपेन को ऑनलाइन एक्टिविटीज में ग्रोथ का फायदा उठाते हुए देखा है, जैसे कि कोविड -19 संबंधित अटैक्स, सेक्सटॉर्शन अभियान, स्पाईवेयर और रैंसमवेयर है.

इस रिपोर्ट में शामिल डेटा अवास्ट के खतरे का पता लगाने वाले नेटवर्क से कलेक्ट किया गया है और एक डेटा स्नैपशॉट का प्रतिनिधित्व करता है, जिसे अवास्ट ने 16 मार्च और 14 अप्रैल, 2021 के बीच अपने पीसी यूजर्स की सिक्योरिटी के खतरों के साथ बनाया है.


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