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खुदरा महंगाई दर की बात करें तो यह लगातार पांचवां महीना है
खुदरा महंगाई दर की बात करें तो यह लगातार पांचवां महीना है CPI रिजर्व बैंक के 4 फीसदी के दायरे में है. आरबीआई ने महंगाई दर का लक्ष्य 4 फीसदी 2 फीसदी के रेंज के साथ, मतलब अधिकतम 6 फीसदी और न्यूनतम 2 फीसदी रखा है. रिजर्व बैंक ने मार्च 2026 तक महंगाई दर को लेकर यही लक्ष्य रखा है.
रिटेल इंफ्लेशन की रफ्तार अप्रैल में कुछ धीमी पड़कर 4.29 फीसदी रही है. इससे पहले मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति (Retail inflation) 5.52 फीसदी रही थी. रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक नीति तय करते समय मुख्य रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-Consumer Price Index) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति को ध्यान में रखता है.
RBI के रेंज में महंगाई दर
सांख्यिकीय और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक अप्रैल में खाद्य क्षेत्र में खुदरा मुद्रास्फीति मार्च के 4.87 फीसदी से घटकर 2.02 फीसदी रही. ICRA की प्रधान अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि अप्रैल 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान आपूर्ति बाधाओं के चलते सूचकांक का आधार ऊंचा रहा, उसे देखते हुए अप्रैल 2021 में सीपीआई मुद्रास्फीति तीन महीने के सबसे कम स्तर पर चली गई. हालांकि यह आंकड़ा भी उम्मीद से ऊंचा ही लगता है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कुल मिलाकर स्थानीय स्तर पर लगे प्रतिबंधों का कीमतों पर सीमित असर रहा है.
IIP में 22.40 फीसदी की तेजी
वहीं मार्च के महीने में देश का फैक्ट्री आउटपुट जिसे IIP (Index of Industrial Production) के रूप में जानते हैं, उसमें 22.40 फीसदी के तेजी दर्ज की गई. फरवरी के महीने में इसमें 3.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में आईआईपी में 8.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी जबकि वित्त वर्ष 2019-20 में इसमें 0.80 फीसदी का उछाल आया था. मार्च 2020 में IIP में 18.70 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई थी.
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