ABSY के तहत देश के 1100 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास
Redevelopment of Railway Stations: रिडेवेलोप्मेन्ट ऑफ़ रेलवे स्टेशन: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के 1100 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। इनमें से ज्यादातर पर इसका काम शुरू भी हो चुका है। इस सूची में उत्तर प्रदेश के 157 रेलवे स्टेशन शामिल हैं। बुधवार को खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रालय में इन स्टेशनों के बारे में जानकारी दी। आइए एक नजर डालते हैं उन स्टेशनों पर जिनका पुनर्विकास किया जा रहा है। रेलवे के मुताबिक, पुनर्विकसित किए जा रहे स्टेशनों के हिस्सों में रूफ प्लाजा, इंटर-मॉडल कनेक्टिविटी, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, कियोस्क, लिफ्ट, वेटिंग रूम, फूड कोर्ट, लिफ्ट और एस्केलेटर शामिल हैं। पुनर्विकास से स्टेशन दिव्यांग लोगों के अनुकूल Friendly बनेंगे। इन स्टेशनों के डिजाइन में स्थानीय संस्कृति और विरासत को शामिल किया जाएगा। यह उत्तर प्रदेश में रेलवे स्टेशनों की सूची है: गोला गोकरण नाथ, गोमती नगर, गोंडा, गोरखपुर, गोवर्धन, गोविंदपुरी, गुरसहायगंज, हैदरगढ़, हापुड, हरदोई, हाथरस सिटी, ईदगाह आगरा जंक्शन, इज्जतनगर, जंघई जंक्शन, जौनपुर सिटी, जौनपुर जंक्शन, कन्नौज, कानपुर अनवरगंज, कानपुर ब्रिज लेफ्ट बैंक, कानपुर सेंट्रल, कप्तानगंज जंक्शन, कासगंज जंक्शन, काशी, खलीलाबाद, खोरासों रोड, खुर्जा जंक्शन, कोसी कलां, कुंडा हरनामगंज, लालगंज गंज, ललितपुर जंक्शन, लंभुआ, लोहता, लखनऊ (चारबाग), लखनऊ सिटी, लखनऊ जंक्शन (सभी उत्तर मध्य रेलवे)।