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नंदुरबार कृषि उपज मंडी में लाल मिर्च की सबसे ज्यादा पहुचती है आवक

Teja
15 Feb 2022 7:06 AM GMT
नंदुरबार कृषि उपज मंडी में लाल मिर्च की सबसे ज्यादा पहुचती है आवक
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नंदुरबार बाजार मिर्च के सबसे बड़े बाजार के रूप में जाना जाता है. यहां मिर्च (Chilli ) जिले से ही नहीं बल्कि अन्य सीमावर्ती राज्यों से भी बाजार में प्रवेश करती है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | नंदुरबार बाजार मिर्च के सबसे बड़े बाजार के रूप में जाना जाता है. यहां मिर्च (Chilli ) जिले से ही नहीं बल्कि अन्य सीमावर्ती राज्यों से भी बाजार में प्रवेश करती है. लेकिन इस साल बाजार की तस्वीर कुछ और ही है. प्रकृति के उतार-चढ़ाव से मिर्च के उत्पादन में भारी गिरावट आई है. उत्पादन में कमी के कारण लाल मिर्च (Red chilli) का रिकॉर्ड भाव मिल रहा है. लाल मिर्च की कीमत 8,000 रुपये और सूखी लाल मिर्च की कीमत 17,500 रुपये हो गई है किसानों का कहना है कि दाम बढ़े तो भी ज्यादा फायदा नहीं होगा क्योंकि उत्पादन आधे से भी कम हो गया है इसके अलावा लेकिन अगर भविष्य में मिर्च की आपूर्ति में गिरावट आती है तो कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती, बाजार समिति के सचिव अमृतकर ने कहा कि फिलहाल नंदुरबार कृषि उपज मंडी समिति (Nandurbar Agricultural Produce Market Committee)में उत्पादन में आई कमी का असर रेट पर देखने को मिल रहा है.

बाजार में तेजी लेकिन उत्पादन में गिरावट
मिर्च के रिकॉर्ड भाव ऊंचाई पर पहुंचने के बाबजूद इसका ज्यादा फायदा किसानों को होता देख नही रह है इसलिए है क्योंकि उत्पादन आधे से ज्यादा गिर गया है इसलिए किसान कह रहे हैं कि उन्हें अभी तो रिकॉर्ड रेट मिल रहा है.लेकिन उत्पादन में कमी के कारण किसनों का कहना है ज्यादा माल नही है.
फिलहाल लाल मिर्च और सूखी मिर्च की आवक शुरू हो गई है मंडी समिति में लाल मिर्च का अधिकतम भाव 3,500 रुपये और न्यूनतम भाव 8,500 रुपये मिल रहा है.हालांकि कीमतें बढ़ी हैं, लेकिन उत्पादन में तेज गिरावट से किसानों को मुनाफा नहीं हो रहा है इसके अलावा प्रकृति की अनियमितताओं के कारण,किसानों को लागत भी अधिक थी.
1 लाख 65 हजार क्विंटल मिर्च की आवक पहुंची
नंदुरबार मिर्च का प्रमुख बाजार है लाल मिर्च का आवक जिले से ही नहीं बल्कि अन्य राज्य से भी बड़े पैमाने पर पहुँचता है साथ ही लाल मिर्च को कटाई के बाद ही तुरंत बाद बेचना पड़ता है इसके परिणामस्वरूप अब तक 1 लाख 65 हजार क्विंटल से ज्यादा आवक आ चुका है.
कृषि जानकारों का कहना है कि हालांकि अभी मिर्च की आवक शुरू हुई है, लेकिन उत्पादन में भारी गिरावट के कारण भविष्य में इसका असर देखा जा सकता है. इसके अलावा, मौजूदा दरों में वृद्धि के कारण किसान सूखी मिर्च के भंडारण के बजाय बिक्री पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
मौसमी मिर्च के उत्पादन में भारी गिरावट
नंदुरबार कृषि उपज मंडी समिति को दक्षिण भारत के राज्यों से भी मिर्च आता है उचित व्यवहार और मूल्य गारंटी के कारण किसान नंदुरबार की ओर आकर्षित होते हैं लेकिन इस साल कोई भी फसल प्रकृति के कहर से नहीं बची है नतीजतन, मौसमी मिर्च के उत्पादन में भी तेजी से गिरावट आई है भविष्य में दर और बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.


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