x
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। RBI Hikes Repo Rate : भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने बुधवार दोपहर 2 बजे रेपो रेट में इजाफा करके सबको चौंका दिया. आरबीआई ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो रेट (Repo Rate) को 0.40 प्रतिशत बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत कर दिया. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) की अध्यक्षता में बिना किसी तय कार्यक्रम के बुलाई गई मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में नकद आरक्षित अनुपात (CRR) को भी 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत करने का फैसला किया गया.
6 प्रतिशत से ऊपर बना हुआ है इनफ्लेशन रेट
रिजर्व बैंक की एमपीसी की बैठक में (RBI Governor) फेडरल रिजर्व की इस हफ्ते होने वाली बैठक से पहले ही रेपो रेट बढ़ाने का फैसला किया. उम्मीद की जा रही है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जा सकती है. आपको बता दें देश में मुद्रास्फीति की दर लगातार दूसरे महीने 6 प्रतिशत के ऊपर बनी हुई है.
क्या होगा असर?
आरबीआई की तरफ रेपो रेट बढ़ाने से इसका असर बैंकों के करोड़ों ग्राहकों पर पड़ेगा. केंद्रीय बैंक की तरफ से रेपो रेट बढ़ाने से बैंक ग्राहकों को दिया जाना वाला कर्ज महंगा कर देंगे. ब्याज दर बढ़ने का असर ईएमआई पर होगा. ग्राहकों की पहले के मुकाबले ईएमआई बढ़ जाएगी.
क्या होता है रेपो रेट?
जिस रेट पर आरबीआई की तरफ से बैंकों को लोन दिया जाता है, उसे रेपो रेट कहा जाता है. रेपो रेट बढ़ने का मतलब है कि बैंकों को आरबीआई से महंगे रेट पर कर्ज मिलेगा. इससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन आदि की ब्याज दर बढ़ जाएगी, जिससे आपकी ईएमआई पर सीधा असर पड़ेगा.
Next Story