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RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने दी चेतावनी, क्रिप्टोकरेंसी से अब किसको क्या है खतरा, अगले महीने होगा बड़ा ऐलान, जाने

Bhumika Sahu
11 Nov 2021 5:42 AM GMT
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने दी चेतावनी, क्रिप्टोकरेंसी से अब किसको क्या है खतरा, अगले महीने होगा बड़ा ऐलान, जाने
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Cryptocurrency Today News in India: अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाते है तो ये खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है. क्योंकि RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसको लेकर बड़ी चेतावनी दी है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। RBI-Reserve Bank of India के गवर्नर शक्तिकांत दास ने डिजिटल करेंसी के खतरों को लेकर निवेशकों को आगाह किया है. उन्होंने, फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के लिहाज से क्रिप्टोकरेंसी को एक बहुत ही गंभीर चिंता का विषय बताया है. आपको बता दें कि RBI और शेयर बाजार रेग्युलेटर सेबी मिलकर क्रिप्टोकरेंसी के लिए नया फ्रेमवर्क तैयार कर रहे है. अगर आसान शब्दों में कहें तो निवेशकों के हितों का खयाल रखने के लिए नियमों को तैयार किया जा रहा है.

रिजर्व बैंक गवर्नर ने बुधवार को क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक बार फिर अपनी आपत्ति जतायी. उनका कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी लॉन्ग टर्म में देश की आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक कार्यक्रम में क्रिप्टोकरेंसी को अनुमति न देने संबंधी अपने विचारों को दोहराते हुए कहा कि डिजिटल करेंसी दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों के दायरे में नहीं आती है.
अगले महीने होगा बड़ा ऐलान
ऐसे में किसी फाइनेंशियल सिस्टम के लिए ये बड़ा जोखिम है. आरबीआई गवर्नर का यह बयान रिजर्व बैंक की आंतरिक समिति की क्रिप्टोकरेंसी पर रिपोर्ट आने से पहले आया है. यह रिपोर्ट अगले महीने आने की उम्मीद है.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी (What is Cryptocurrecny)
क्रिप्टो यानी ग्रीक भाषा में सीक्रेट यानी गुप्त मुद्रा. आज दुनिया में क़रीब 8 हज़ार से ज़्यादा क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं. हालाँकि मशहूर बिटकॉइन ही है. अब आपके मन में बिटकॉइन को लेकर सवाल उठ रहे होंगे? आइए पहले इसे ही जान लेते है.
बिटकॉइन ऐसी करेंसी है जो सिर्फ़ डिजिटल फ़ॉर्म में होती है. इससे आप वो सब काम कर सकते हैं, जो नॉर्मल करेंसी से करते हैं. जैसे Phonepe और Paytm के वॉलेट से आपने लेनदेन कर लिया. शॉपिंग कर ली. लेकिन कुछ ऐसी चीजें है जो इसे आपकी जेब में रखें नोट के बराबर नहीं खड़ी होने देती है.
जी हां, इस पर किसी सरकार का कोई कंट्रोल नहीं है. जिसके पास है सिर्फ़ वही इसका इस्तेमाल कर सकता है. फिर भी भारत में बिटकॉइन ख़रीदना लीगल है.
क्या अभी भी आप यहीं सोच रहे हैं कि कैसे बिना खरीदें लाखों रुपये वाली बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी के मालिक बनें. तो आपको सोचना नहीं करना है. जी हां, आप दुनिया की इस सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) की माइनिंग कर यानी इसे घर पर बैठकर तैयार कर कर सकते हैं.
इस तैयार करने के बाद सबसे ज्यादा जरूरी इसका हिसाब-किताब रखने वाले बहीखाते पर चढ़ाना होता है. जी हां, अगर बहीखाते में इसे नहीं चढ़ाया जाएगा तो ये बेकार है. इसीलिए इसे ब्लॉकचेन के लेजर में भी इसे जोड़ा जाता है. माइनिंग के लिए पावरफुल कंप्यूटर की जरुरत होती है.
साथ ही इसमें बहुत ज्यादा बिजली का इस्तेमाल होता है. कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च में पता चला है कि बिटकॉइन की माइनिंग में एक साल में तकरीबन 121.36 टेरावाट-ऑवर (TWH) बिजली लगती है.
एक साल में बिटकॉइन की बिजली की खपत अर्जेंटीना जैसे देश की कुल खपत से ज्यादा है. अब आगे बढ़ते हुए समझते ब्लॉकचेन के मामले को. क्योंकि ये टेक्नोलॉजी दुनिया को बदलने के लिए आई है. इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है.


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