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RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने किया ऐलान, जानिए रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
Bhumika Sahu
8 Oct 2021 4:48 AM GMT
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आरबीआई-रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एलान किया है कि रेपो रेट में यथास्थिति को बकरार रखा जा रहा है. उन्होंने एमपीसी यानी मौद्रिक नीति समिति की बैठक में हुए ब्याज दरों के फैसलों का ऐलान किया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आरबीआई-रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एलान किया है कि रेपो रेट में यथास्थिति को बकरार रखा जा रहा है. उन्होंने एमपीसी यानी मौद्रिक नीति समिति (MPC-Monetary Policy Committee) की बैठक में हुए ब्याज दरों के फैसलों का ऐलान किया है. रेपो रेट से बैंकों की ब्याज दरों पर असर पड़ता है. इसलिए रेपो रेट पर ऐलान अहम हो जाता है. इसके अलावा शक्तिकांत दास ने एलान किया है कि आरबीआई उदार रुख बनाए रखेगा.
कितनी होंगी ब्याज दरें?
रेपो रेट 4 फीसदी पर स्थिर रहेगी. रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर बनी रहेगी.
रेपो रेट क्या है?
रेपो रेट वह दर है, जिस पर देश का केंद्रीय बैंक (भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) फंड्स की कोई भी कमी होने पर कमर्शियल बैंकों को कर्ज देता है. रेपो रेट को मॉनेटरी अथॉरिटीज महंगाई काबू करने के लिए इस्तेमाल करती हैं. रेपो रेट घटने से बैंकों से मिलने वाला कर्ज सस्ता हो जाता है. जैसे होम लोन, व्हीकल लोन आदि.
रिवर्स रेपो रेट क्या है?
रिवर्स रेपो रेट वह दर है, जिस पर देश का केंद्रीय बैंक (भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) देश के भीतर मौजूद कमर्शियल बैंकों से कर्ज लेता है. इसे देश में पैसे की सप्लाई को काबू में करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
आपको बता दें कि मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) की एक शोध रिपोर्ट के अनुसार, रिजर्व बैंक आगामी मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों को यथावत रखेगा और साथ ही अपने नरम रुख को भी जारी रखेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के आसपास रहेगी.
भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश खारा ने हाल में कहा था कि ऐसा लगता है कि ब्याज दरें यथावत रहेंगी. उन्होंने कहा था, वृद्धि में कुछ सुधार है. ऐसे में मुझे लगता है कि ब्याज दरें नहीं बढ़ेंगी. हालांकि, केंद्रीय बैंक की टिप्पणी में मुद्राफीति का उल्लेख होगा.
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