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वर्क फ्रॉम होम में तेजी से बढ़ रहे साइबर क्राइम, बढ़ने लगी हैकिंग की घटनाएं
Apurva Srivastav
14 May 2021 10:37 AM GMT
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हैकर्स उठा रहे यूजर्स की कमजोरी का फायदा
कोरोना वायरस महामारी (Corona virus epidemic) की वजह से ज्यादातर ऑफिसों का काम घर से (Work Form Home) चल रहा है. लेकिन इसका असर डेटा सिक्योरिटी पर पड़ा है. वर्क फ्रॉम होम करने वाले ज्यादातर लोगों के साथ साइबर क्राइम में वृद्धि हुई है.
हाल ही में जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2021 में दुनिया भर में 5,258 डेटा ब्रीच के मामले दर्ज किए गए, जो पिछले साल की तुलना में अधिक है. अमेरिका-बेस्ड वेरिजॉन बिजनेस द्वारा डेटा ब्रीच इन्वेस्टिगेशंस रिपोर्ट (2021 डीबीआईआर) के 14वें संस्करण में कुल 29,207 सुरक्षा संबंधी घटनाओं का विश्लेषण किया गया. इस दौरान 88 देशों, 12 उद्योगों और तीन विश्व क्षेत्रों में फैले पीड़ितों के साथ 83 कंट्रीब्यूटर्स द्वारा कलेक्ट डेटा का उपयोग किया गया.
तेजी से बढ़ रहे फिशिंग और रैंसमवेयर अटैक
रिपोर्ट से पता चला है कि अभूतपूर्व रूप से घर से काम करने वाले लोगों की संख्या में क्रमश: फिशिंग और रैंसमवेयर के अटैक्स में क्रमश: 11 प्रतिशत और 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि पिछले साल की तुलना में मिसरिप्रजेंटेशन के मामलों में 15 गुना की वृद्धि हुई है. इसके अलावा डेटा से पता चला है कि 61 प्रतिशत ब्रीच में क्रेडेंशियल डेटा शामिल रहे हैं. क्रेडेंशियल स्टफिंग अटैक्स से पीड़ित लगभग 95 प्रतिशत संगठनों ने साल के दौरान 637 और 3.3 अरब दुर्भावनापूर्ण लॉगिन प्रयासों का सामना किया.
हैकर्स उठा रहे यूजर्स की कमजोरी का फायदा
वेरिजॉन बिजनेस के सीईओ टैमी इरविन ने एक बयान में कहा, कोविड-19 महामारी का वर्तमान में कई सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहे संगठनों पर गहरा असर पड़ा है. इरविन ने कहा कि जिस तरह से बिजनेस-क्रिटिकल फंक्शन को क्लाउड पर स्विच करने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ती है, उनके संचालन के लिए संभावित खतरा अधिक स्पष्ट हो सकता है, क्योंकि सुरक्षा में सेंधमारी करने वाले हैकर्स मानवीय कमजोरियों का फायदा उठाने और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ती निर्भरता का लाभ उठाते हुए मालूम होते हैं.
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Apurva Srivastav
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