दो साल बाद रेलवे ला रहा है नया टाइम टेबल, इससे पहले 2019 में आई थी समय सारणी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इंडियन रेलवे की समय सारणी में बदलाव होने जा रहा है. बता दें कि बीते दो वर्ष के बाद रेलवे की नई समय सारिणी एक अक्टूबर से लागू हो रही है. रेल विभाग पूरे जोर-शोर से इसकी तैयारी कर रहा है. लंबे समय के बाद बदल रहे रेलवे के समय सारणी में काफी कुछ अलग होगा. आइए जानते हैं विस्तार से.
रेलवे ला रहा है नई समय सारणी
एक अक्टूबर से प्रयागराज मंडल के तमाम रेलवे स्टेशनों से गुजरने वाली ट्रेनों के समय में भी बदलाव होगा. पिछले वर्ष मई माह से रेलवे स्पेशल और फेस्टिवल ट्रेनों का ही संचालन कर रहा है. नई समय सारिणी लागू होने के बाद इन ट्रेनों से स्पेशल और फेस्टिवल ट्रेन का दर्जा हट सकता है. पिछले साल लॉक डाउन के बाद रेलवे ने सबसे पहले राजधानी एक्सप्रेस का संचालन शुरू किया था. तब से अब तक सभी राजधानी एक्सप्रेस को स्पेशल ट्रेन के रूप में चलाया गया.
गौरतलब है कि पिछले साल कोरोना की पहली लहर के बाद ट्रेनों का संचालन जीरो नंबर से शुरु हुआ. लेकिन धीरे-धीरे हालात पटरी पर आने के साथ ही 95 फीसदी ट्रेनें अब तक पटरी पर आ चुकी है. ऐसे में रेलवे मंत्रालय में लंबे समय से मंथन चल रहा है कि एक अक्टूबर से लागू होने वाली नई समय सारिणी से ट्रेन नंबर के आगे का जीरो अब हटा लिया जाए.
इससे पहले 2019 में आई थी समय सारणी
आपको बता दें कि इससे पहले रेलवे की समय सारिणी साल 2019 में ही आई थी. इसके बाद कोरोना की वजह से रेलवे में ट्रेनों का टाइम टेबल अटका हुआ है. एक अक्टूबर से नया टाइम टेबल आने की संभावना जताई जा रही है. उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ डा. शिवम शर्मा ने बताया कि नई समय सारिणी एक अक्टूबर से लागू हो रही है.
डीआरएम प्रयागराज मोहित चंद्रा ने बताया, 'एक अक्टूबर से नई रेलवे की नई समय सारिणी लागू हो सकती है. मंडल की ओर से तमाम सूचनाएं बोर्ड को भेजी जा चुकी है. और अब बोर्ड स्तर पर काम चल रहा है. ट्रेन नंबर के आगे से जीरो हटेगा या नहीं इस बारे में अभी कोई अनुमान नहीं है. यह निर्णय भी बोर्ड को ही करना है.'
अब होगा डिजिटल टाइम टेबल
आपको बता दें कि रेलवे स्टेशन के बुक स्टॉलों पर मिलने वाली ट्रेनों की समय सारिणी रेल गाड़िया एक दृष्टि में (ट्रेन एट ए ग्लांस) अब उन्हें उपलब्ध नहीं होगा. अब नया टाइम टेबल डिजिटल एट ए ग्लांस पर दिखेगा. रेल यात्रियों को इसी माध्यम से ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान से जुड़ी जानकारी मिलेगी. डिजिटल एट ए ग्लांस का जिम्मा रेलवे ने आईआरसीटीसी को दिया है. इस संबंध में रेलवे बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर कोचिंग राजेश कुमार द्वारा सीएमडी आईआरसीटीसी को पत्र भेजा गया है.