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देश में बढ़ा खाद्यान्न का उत्पादन, किसानों को मिला लाभ

Rani Sahu
16 Dec 2021 3:23 PM GMT
देश में बढ़ा खाद्यान्न का उत्पादन, किसानों को मिला लाभ
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देश में किसानों की मेहनत रंग ला रही है. कृषि के क्षेत्र में इस्तेमाल किए जा रहे नयी तकनीक से उत्पादन में बढ़ोत्तरी हो रही है

देश में किसानों की मेहनत रंग ला रही है. कृषि के क्षेत्र में इस्तेमाल किए जा रहे नयी तकनीक से उत्पादन में बढ़ोत्तरी हो रही है. वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में खाद्यान्न का उत्पादन बढ़ा है. मंत्रालय द्वारा जारी नवंबर 2021 की मासिक आर्थिक समीक्षा के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद में सालाना आधार पर 8.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो इसी अवधि में कोरोना से पहले वित्त वर्ष 2019-20 की तिमाही के उत्पादन का 100 अधिक है.

इसके साथ ही भारत उन कुछ देशों में शामिल है जिन्होंने वित्त वर्ष 2021 की तीसरी और चौथी तिमाही और वित्त वर्ष 2022 की पहली और दूसरी तिमाही के बीच लागातार चार तिमाहीयों में वृद्धि दर्ज की है. इसके अलावा देश में इस बार हुई अच्छी मॉनसून के कारण खरीफ की अच्छी पैदावार सुनिश्चित हुई. साथ ही जलाशयों में पर्याप्त मात्रा में पानी भरे होने के कारण रबी फसल की अच्छी बुवाई दर्ज की गयी है. 2021-22 में खरीफ और रबी दोनों फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि और चावल की खरीद में प्रगति से अब तक 49 लाख किसानों को लाभ हुआ है, जिससे ग्रामीण आय में भी वृद्धि हुई है.
हाल के वर्षों में हुई रिकॉर्ड खरीद
हाल के वर्षों में रिकॉर्ड खरीद के साथ, केंद्रीय पूल स्टॉक बढ़ गया है और वर्तमान में बफर मानदंडों के 2.7 गुना पर खड़ा है, जिससे प्रधान मंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत खाद्यान्न का वितरण सुचारू रुप से किया गया, कोरोना काल के दौरान इसका लाभ देश के 80 करोड़ से अधिक लोगों को इसका लाभ मिला. दूसरी तिमाही में कृषि में वास्तविक सकल मूल्य वर्धित (GVA) अपने पूर्व-महामारी स्तर से अधिक बना रहा. इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को काफी मदद मिली.
किसान रेल सेवा का मिला फायदा
3 दिसंबर 2021 तक, कुल रबी रकबा 438.5 लाख हेक्टेयर था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6.1 प्रतिशत अधिक है. रबी तिलहन के रकबे में पिछले साल की तुलना में 29.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो घरेलू खाद्य तेल उत्पादन के लिए अच्छा संकेत है. इसके अलावा अगस्त 2020 में शुरू की गयी किसान रेल सेवा का फायदा भी किसानों को मिला. इसके जरिये समय पर खाद्यान्न की सप्लाई सुनिश्चित हुई, समय पर सप्लाई होने के कारण मांस, सब्जी और मछलिया समय पर बड़े बाजारों में पहुंची. आधिकारिक डेटा शीट के अनुसार, हमारे देश ने 2019-20 में 296 मिलियन टन (MT) का खाद्यान्न उत्पादन हासिल किया है और 2020-21 के दौरान 300 मीट्रिक टन उत्पादन हासिल करना है. 2014-15 से 2019-20 की अवधि के दौरान फलों और सब्जियों का उत्पादन भी औसतन 5 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से बढ़ा है। अन्य पोषक खाद्य पदार्थों जैसे अंडे, मांस, मछली और डेयरी वस्तुओं की उपलब्धता में भी जबरदस्त वृद्धि देखी गई है.
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